वीवी पैट पर कदम अचानक पीछे खींचने पर सियासी बवाल के आसार

Update: 2017-10-16 16:36 GMT

नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश चुनाव की तारीखों का ऐलान करते वक्त भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति ने जिस वीवी पैट यानी मतदान करते वक्त वोट की स्लिप की भी समानांतर ढंग से मतगणना करवाने का ऐलान किया था। आज आयोग ने खुद ही अपनी इस घोषणा की हवा निकाल दी। उसने कह दिया कि ऐसा एक चुनाव क्षेत्र के एक बूथ में ही प्रयोग के बतौर होगा। आयोग की इस ताजा घोषणा पर सियासी हल्कों में और भी बवाल मचने के आसार बढ़ गए हैं।

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चुनाव आयोग ने अपने कदम पीछे खींचते हुए कह दिया कि एक चुनाव क्षेत्र में किसी भी एक बूथ से ही मशीन से निकाली गई पर्चियां गिनी जाएंगी। सारे बूथों की नहीं। चुनाव आयोग की ओर से हिमाचल व गुजरात के निर्वाचन अधिकारियों को एक पत्र लिखकर बता दिया गया है कि आयोग के इस फैसले के बारे में सभी संबद्ध पक्षों को जानकारी दें।

आयोग ने कहा है कि इस बारे में विस्तृत निर्देश बाद में जारी किए जाएंगे।

ज्ञात रहे कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने हिमाचल प्रदेश के चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुए एलान किया था कि हिमाचल व गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार सभी वोटिंग मशीनों के साथ वीवी पैट यानी वोटर वेरिफियेबिल पेपर ऑडिट ट्रायल की पर्ची साथ में लगी प्रिंटिंग मशीन से निकाली जा सकेगी। जिससे कि किस बूथ पर किसको वोट मिला उसका ब्यौरा सुरक्षित रखा जा सके।

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आयोग ने अब कह दिया है कि वोटिंग के प्रमाण की यह व्यवस्था मात्र प्रयोग के तौर पर आरंभ की जा रही है। ज्ञात रहे कि आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में भी यह वचन दिया है कि चुनावों को स्वतंत्र व निष्पक्षता से संपन्न कराने के लिए वह सभी भावी चुनावों में वीवी पैट का इस्तेमाल करेगा। आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि यह निर्णय सोच समझकर लिया गया क्योंकि इतने बड़े देश के सभी प्रदेशों के चुनाव क्षेत्रों में एक साथ मशीनों की गिनती और वीवी पैट की गिनती एक साथ की गई तो इस पूरी कसरत में भारी संसाधन व लोगों की जरूरत को पूरा करना आयोग के बूते के बाहर की बात होगी।

 

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