Wayanad Landslide Update: वायनाड दौरे पर राहुल और प्रियंका गांधी, लैंडस्लाइड पीड़ितों से करेंगे मुलाकात
Wayanad Landslide Update: कांग्रेस नेता और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी आज वायनाड भूस्खलन में मरने वालों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। हादसे में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
Wayanad Landslide Update: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज वायनाड का दौरा करेंगे। सुबह सात बजे वह दिल्ली से वायनाड के लिए रवाना हो चुके हैं। वह लैंडस्लाइड में मारे जाने वालों के परिजनों व पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनके साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रीयंका गांधी भी मौजूद होंगी। बता दें कि वायनाड में भूस्खलन (Wayanad Landslide) से अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका भी है। लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी वायनाड से भी सांसद चुने गए थे। हालांकि उन्होंने रायबरेली सीट से सांसद बने रहने के लिए वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया। मगर अभी तक वायनाड में उपचुनाव नहीं हुए हैं।
200 से अधिक लोगों की मौत
केरल के वायनाड जिले में मंगलवार को भारी बारिश और भूस्खलन (Wayanad Landslide) की घटना में अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। अभी भी सैकड़ों लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। घटना ऊंचाई पर स्थित मुंडक्कई सहित कई गांवों में हुई। सैलानियों के लिए आकर्षक का केंद्र बनने वाले गावों में आज लाशों का अंबार लग गया है। लोग अपनों की लाश खोजने में लगे हुए हैं। घटना के बाद से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इसी घटना पर संवेदना व्यक्त करने और पीड़ितों से मिलने आज राहुल गांधी वायनाड पहुंचेंगे। कल खराब मौसम के चलते उनका दौरा रद्द कर दिया गया था। हालांकि आज वह दिल्ली से रवाना हो चुके हैं। इस घटना के चलते 30 और 31 जुलाई को राजकीय शोक भी घोषित किया गया था।
राज्यसभा में अमित शाह ने दिया जवाब
वायनाड भूस्खलन (Wayanad Landslide) का मुद्दा संसद में भी उठाया गया। कल राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने इस पर जवाब दिया। उन्होंने इस हादसे के लिए केरल सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली केरल सरकार को वायनाड में भूस्खलन आने से एक सप्ताह पहले ही केंद्र ने चेतावनी दी थी। अमित शाह ने राज्यसभा में कहा, "केरल में एनडीआरएफ की नौ टीमें पहले ही भेज दी गई थीं। केरल सरकार ने समय रहते लोगों को नहीं निकाला।" इससे साथ ही उन्होंने दावा किया कि इसके बाद 24 और 25 जुलाई को भी चेतावनी दी गई। 26 जुलाई को फिर चेतावनी में कहा गया कि, "20 सेंटीमीटर से अधिक तथा भारी वर्षा होगी, भूस्खलन की आशंका है, गाद भी बहकर नीचे आ सकता है, लोग इसके अंदर दबकर मर भी सकते हैं।’’