पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की चर्चाएं तेज, राज्यपाल आनंद बोस ने की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात
Kolkata Doctor Murder: राज्यपाल पहले ही पश्चिम बंगाल सरकार को हर मोर्चे पर विफल बता चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर दुख जताते हुए कहा था कि बस,अब बहुत हो चुका।
Kolkata Doctor Murder: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले को लेकर जबर्दस्त सियासी घमासान मचा हुआ है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस गुरुवार की रात एक बार फिर दिल्ली पहुंच गए। एक सप्ताह के भीतर राज्यपाल की यह दूसरी दिल्ली यात्रा है और इस यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राज्यपाल आनंद बोस अपनी इस यात्रा के दौरान आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। राज्यपाल ने गृह मंत्री को आरजी कर में हुई घटना के साथ ही राज्य में पैदा हुए हालात की विस्तृत जानकारी दी है।
राज्यपाल की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हो गई है। जिसके बाद एक बार फिर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की चर्चाओं ने तेजी पकड़ ली है। राज्यपाल पहले ही पश्चिम बंगाल सरकार को हर मोर्चे पर विफल बता चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर दुख जताते हुए कहा था कि बस,अब बहुत हो चुका। राष्ट्रपति ने यह भी कहा था कि मैं निराश और भयभीत हूं।
राज्यपाल की नजर में ममता सरकार फेल
राज्यपाल सीवी आनंद बोस पिछले हफ्ते भी दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे। अपनी पिछली यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। इन मुलाकातों के दौरान राज्यपाल ने आरजी कर अस्पताल में हुई घटना के बाद पैदा हुए हालात की जानकारी दी थी। आरजी कर अस्पताल कोलकाता समेत राज्य के विभिन्न इलाकों में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
राज्यपाल पहले से ही यह करते रहे हैं कि कोलकाता की घटना में पश्चिम बंगाल सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है। उनका कहना है कि पश्चिम बंगाल पुलिस का अपराधीकरण हो गया है और राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।
राज्यपाल के मुताबिक पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं रह गया है और ममता सरकार राज्य के लोगों की उम्मीद पर खरी नहीं उतरी है। इतनी गंभीर घटना में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई और उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को भी हटाने पर जोर दिया था।
राष्ट्रपति शासन की चर्चाएं हुईं तेज
जानकारों का मानना है कि गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान राज्यपाल आनंद बोस ने अपनी इन बातों को रखा है। यही कारण है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन की चर्चाओं ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है। माना जा रहा है कि राज्यपाल की रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार की ओर से बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले से ही राज्यपाल आनंद बोस पर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाती रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेताओं का भी आरोप है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केंद्र के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने की थी गंभीर टिप्पणी
पश्चिम बंगाल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर दुख जताया था। उनका कहना था कि अब समय आ गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर देश को जागरूक किया जाए। हमें उस मानसिकता का मुकाबला करना चाहिए जो महिलाओं को कम शक्तिशाली, कम सक्षम और कम बुद्धिमान के रूप में देखती है।
कोलकाता के अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मैं निराश और भयभीत हूं। निराशाजनक बात यह है कि यह घटना महिलाओं के खिलाफ अपराधों की श्रृंखला का एक हिस्सा है। राष्ट्रपति ने एक विशेष लेख में कहा कि अपनी बेटियों के प्रति यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके भय से मुक्ति पाने के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करें। राष्ट्रपति की इस टिप्पणी को भी काफी गंभीर माना जा रहा है।