Sextortion: लव, सेक्स और धोखे का नया खेल, ऐसा मकड़जाल जिसमें लाखों-करोड़ों फंसती है रकम, जानिए सेक्सटॉर्शन से जुड़ी डिटेल

What is Sextortion: सेक्सटॉर्शन इन दिनों बड़ी समस्या हो रही है। ब्लैकमेलिंग के जरिए लोगों से लाखों रुपयों की उगाही की जा रही है। आखिर क्या और कैसे होता है ये खेल? जानिए...

Update:2023-05-04 23:40 IST
सेक्सटॉर्शन (फोटो-सोशल मीडिया)

What is Sextortion: लव, सेक्स और धोखा। इन तीन शब्दों को काफी समय से सुनते आ रहे होंगे। लेकिन अब मार्केट में इन शब्दों को मिलाकर अपग्रेड वर्जन आ गया है, जिसे सेक्सटॉर्शन (Sextortion) कहते हैं। इसके जाल में उंगली मात्र लगाने वाला इंसान कब उस जाल में जकड़ जाता है, खुद उसे भी नहीं पता। ये प्यार और सेक्स की वह दुनिया है, जहां चुटकियों में करोड़ो के चपत लग जाती है। आइए जानते है कि कैसे चलता है इसका मकड़जाल और बचाव के क्या रास्ते...

क्या होता है सेक्सटॉर्शन

प्यार के नाम पर धोखे का खेल पुराना है। आधुनिक जमाने में आजकल साइबर ठगों ने प्यार के साथ जिस्म का खेल शुरू कर दिया है। इसमें लोगों से सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से वसूली की जा रही है। दरअसल, वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहते हैं। पिछले कुछ महीनों में अब भारत में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं। इसमें स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों को आमतौर पर इस रैकेट का शिकार बनाया जा रहा है। इससे लोगों को लाखों-करोडों की चपत भी लगाई जा रही है।

कहां से आया सेक्सटॉर्शन जैसा शब्द

साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा के मुताबिक सेक्सटॉर्शन वर्चुअल सेक्स है। ये वीडियो कॉल और वेबकैम के माध्यम से की जाती है। सेक्सटॉर्शन का अर्थ होता है कि सेक्स के यौन-क्रिया से वसूली या उगाही करना सेक्सटॉर्शन कहा जाता है। इसमें साइबर ठग लड़के लड़कियों के नाम फर्जी आईडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। कभी-कभी कपल भी सेक्सटॉर्शन को अंजाम देते हैं। पहले ऑनलाइन दोस्ती और फिर भरोसा बनाते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे माहौल बना कर अश्लील बातें करते हैं। फिर वीडियो कॉल शुरू हो जाती हैं। इनके मैसेज और वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग करते ब्लैकमेलिंग की जाती है।

सेक्सटॉर्शन से बचने के लिए इनका रखें ध्यान

इससे बचने के लिए किसी भी पॉर्न साइट पर स्क्रलिंग या अधिक समय न व्यतीत करें। SMS या ईमेल से मिले अनजान लिंक पर कभी क्लिक न करें। इनसे आपकी निजी जानकारी या फिर तस्वीरें ग़लत हाथों में पड़ सकती हैं। सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से निजी बात करने से बचें। जिन्हें नहीं जानते, उन्हें अनफ्रेंड कर दें। विडियो कॉल तो भूलकर भी न उठाएं। फ्रॉड से बचने के लिए सेफ वेबसाइट पर ही जाए। जिन वेबसाइट के यूआरएल से पहले ताला (लॉक) जैसा बना होता है उनपर ही जाएं। लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट को खोलने से बचें। उनमें मेल आईडी न डाले। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच कर लें। यदि किसी तरह से कोई ब्लैकमेल करता है तो बिना डरे साइबर पुलिस से शिकायत करें। ऑनलाइन दोस्ती या बातचीत करने से बचे।

देश में इन शहरों में अधिक मामले

आंकड़ों के अनुसार सेक्सटॉर्शन के सबसे अधिक मामले जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल, असम, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक हैं। वहीं उत्तर प्रदेश सेक्सटॉर्शन के मामले में 11वें स्थान पर हैं। सेक्सटॉर्शन में अधिकतर नए उम्र यानि ग्रोइंग उम्र के लड़के-लड़कियों का शिकार हो रहा है। इसके साथ ही पैसे वाले और नामचीन व्यापारियों और नेताओं को अपना शिकार बना रहे हैं।

साध्वी प्रज्ञा समेत कई अधिकारी भी जद में

ऐसे साइबर ठगों को किसी का डर नहीं हैं। ये अपना शिकार बड़े बड़े अधिकारी और नेताओं को ही बनाने का प्रयास करते हैं। कुछ दिनों पहले सेक्सटॉर्शन गैंग ने भोपाल से बीजेपी सांसस साध्वी प्रज्ञा सिंह को भी अपने जाल में फंसाने की कोशिश की थी। सांसद ने इसकी एफआई भोपाल के टीटी नगर थाने में दर्ज कराई थ। वहीं, ग्वालियर में राजस्व विभाग के अफसर रविनंदन तिवारी को भी हनीट्रैप के जरिए ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया था। इसके अलावा जिला कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह समेत कई नामचीन हस्तियों को फंसाया गया।

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