UPSC Chairperson: जानिए कौन हैं प्रीति सूदन, जिन्हें बनाया गया UPSC का अध्यक्ष

UPSC Chairperson: प्रीति सूदन को यूपीएससी की नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं।

Newstrack :  Network
Update: 2024-07-31 04:47 GMT

UPSC chairperson Preeti Sudan (Pic: Social Media)

UPSC Chairperson: पूजा खेडकर विवाद और यूपीएससी के चेयरपर्सन के अध्यक्ष महेश सोनी इस्तीफे के बाद आयोग ने अपना नया अध्यक्ष चुन लिया है। यूपीएससी ने रिटायर्ड अधिकारी प्रीति सूदन को नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की अध्यक्ष बनने से पहले प्रीति सूदन कई महत्तवपूर्ण पदों पर कार्य कर चुकी हैं। अध्यक्ष से पहले वह आयोग की मेंबर भी रह चुकी हैं। वह आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव के रूप में काम किया। साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय के विभिन्न पदों पर रहीं। इस पद से वह जुलाई 2020 में रिटायर हो गईं। इसके अलावा भी उनके पास सरकारी प्रशासन के तमाम पदों पर काम करने का 37 साल का अनुभव है।

कौन हैं प्रीति सूदन? (Who is Preeti Sudan)

प्रीति सूदन एक सेवानिवृत्त भारतीय नौकरशाह हैं। वह आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की रिटायर्ड आईएएस अफसर हैं। इन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) से अर्थशास्त्र में एम.फिल. और सामाजिक नीति एवं नियोजन में एम.एससी. की पढ़ाई की है। यूपीएससी का अध्यक्ष बनने से पहले इन्होंने सरकार के कई प्रमुख पदों पर काम किया है। अक्टूबर 2017 से जुलाई 2020 तक भारत के वह स्वास्थ्य सचिव के रूप में कार्यरत रहीं। सरकार के प्रमुख योजनाओं में इन्होंने सहयोग किया है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और आयुष्मान भारत जैसे प्रमुख कार्यक्रम शुरू कराने में प्रीति सूदन की बड़ी भूमिका है। 

कोविड महामारी के बचाव में बड़ी भूमिका

साल 2019 में कोविड महामारी से लोगों को बचाने में प्रीति सूदन ने बड़ी भूमिका निभाई। इस दौरान वह प्रमुख रणनीतिकार रहीं। सूदन महामारी की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए WHO के स्वतंत्र पैनल की सदस्य भी थीं। 2017 से जुलाई 2020 तक भारत के स्वास्थ्य सचिव के रूप में उन्होंने तमाम ऐसी रणनीति और योजनाएं की रूप रेखा तैयार की जिससे आज सभी को लाभ मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अलावा भी इन्होंने कई महत्तवपूर्ण पदों पर कार्य किया। सूदन इससे पहले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में कार्यरत थीं। साथ ही महिला एवं बाल विकास तथा रक्षा मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर काम करने का अनुभव है। उन्होंने राज्य-स्तर पर वित्त एवं योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में काम किया है।  

वर्ल्ड बैंक की रहीं सलाहकार

तमाम सरकारी पदों पर करने के साथ ही प्रीति सूदन ने वर्ल्ड बैंक के सलाहकार के रूप में भी सेवा दी है। वह तम्बाकू नियंत्रण पर फ्रेमवर्क कन्वेंशन के COP-8 की अध्यक्ष थीं। इसके अलावा वह मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य के लिए साझेदारी की उपाध्यक्ष भी थीं। इसी तरह उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वह ग्लोबल डिजिटल हेल्थ पार्टनरशिप की अध्यक्ष भी थीं। इन पदों से रिटायर होने के बाद सूदन 29 नवंबर, 2022 से यूपीएससी में मेंबर के रूप में काम कर रही थीं। अब उन्हें यूपीएसी का अध्यक्ष बना दिया गया है। अध्यक्ष के रूप में वह यूपीएससी का नेतृत्व करेंगी। यूपीएससी की 10 सदस्यीय टीम की अध्यक्ष प्रमुख होता है। इन दस में से यूपीएससी के चार सदस्यों की जगह अभी भी खाली है। 

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