कौन हैं वीके पांडियन, जो बन सकते हैं नवीन पटनायक के पॉलिटिकल उत्तराधिकारी
VK Pandian : ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खासमखास पूर्व ब्यूरोक्रेट वीके पांडियन खासी चर्चा में हैं। कहा जा रहा है कि पांडियन ही नवीन बाबू के राजनीतिक उत्तराधिकारी बनेंगे। वीके पांडियन नवीन पटनायक सरकार के सभी दिन-प्रतिदिन के मामलों को संभाल रहे हैं।
VK Pandian : ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खासमखास पूर्व ब्यूरोक्रेट वीके पांडियन खासी चर्चा में हैं। कहा जा रहा है कि पांडियन ही नवीन बाबू के राजनीतिक उत्तराधिकारी बनेंगे। वीके पांडियन नवीन पटनायक सरकार के सभी दिन-प्रतिदिन के मामलों को संभाल रहे हैं। पांडियन को विपक्षी दलों द्वारा लगाए गए आरोपों पर नवीन पटनायक का बयान रिकॉर्ड करते हुए भी देखा गया है। अब पांडियन और पटनायक का एक हालिया वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने आरोप लगाया है कि पांडियन ओडिशा के सीएम के हाथ की हरकतों को नियंत्रित कर रहे हैं। हालांकि, पांडियन और पटनायक दोनों ने आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इस बार भाजपा की योजना काम नहीं करेगी।
कौन हैं वीके पांडियन?
वीके पांडियन पिछले साल अक्टूबर में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (बीजेडी) में शामिल हुए थे। इसके पहले उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के रूप में काम किया था। वह ओडिशा कैडर के 2000 बैच के आईएएसअधिकारी हैं। उन्होंने दिल्ली में कॉलेज की पढ़ाई पूरी की और पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया। बाद में, एक ओडिया लड़की से शादी करने के बाद वह ओडिशा कैडर में चले गए।
पांडियन तमिलनाडु के मूल निवासी हैं। उन्होंने 2002 में एक नौकरशाह के रूप में अपना करियर शुरू किया, जब उन्हें ओडिशा के कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ का डिप्टी कलेक्टर नियुक्त किया गया। किसानों और विकास से जुड़े उनके काम के लिए, पांडियन को भारत के राष्ट्रपति से राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया था। 2005 में उन्हें मयूरभंज जिले के कलेक्टर के रूप में पदोन्नत किया गया था। 2007 में पांडियन को गंजम स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने 'हेलेन केलर अवार्ड' और कई राष्ट्रीय पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार प्राप्त किए।
उन्हें 2011 में ओडिशा के सीएम के निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। 2019 में पांडियन को ओडिशा सरकार की कुछ परिवर्तनकारी पहलों को लागू करने के लिए '5टी सचिव' की जिम्मेदारी दी गई। पांडियन ने 23 अक्टूबर, 2023 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और फिर भाजपा में शामिल हो गए। पांडियन ने एक बार कहा था - "मैं उनके (पटनायक के) सभी महान मूल्यों का स्वाभाविक उत्तराधिकारी हूँ, चाहे वह उनकी बेदाग ईमानदारी हो, ओडिशा के लोगों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हो, उनकी कड़ी मेहनत हो, समय की पाबंदी हो, ईमानदारी हो, सब कुछ हो।"
उन्होंने स्पष्ट रूप से संकेत दिया है कि नवीन पटनायक के जाने के बाद बीजद की कमान उनके हाथ में होगी। नवीन पटनायक 77 वर्ष के हैं और कथित तौर पर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।