MP Politics: एमपी में विधानसभा के हारे खिलाड़ी हो सकते हैं लोकसभा के उम्मीदवार

MP Politics: पिछला विधानसभा चुनाव हारने वाले कम से कम तीन पूर्व राज्य मंत्री भी लोकसभा उम्मीदवारी के लिए दावेदार हैं। इसमें पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भोपाल और ग्वालियर सीटों से संभावित उम्मीदवार शामिल हैं

Report :  Neel Mani Lal
Update:2024-02-29 11:07 IST
बीजेपी नेता (सोशल मीडिया)

MP Politics: मध्यप्रदेश में 2018 और 2023 में विधानसभा चुनाव हारने वाले कई बड़े नाम आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के टिकट की दौड़ में लगे हुए हैं। इन नामों में पूर्व राज्य मंत्री और अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के नेता जयभान सिंह पवैया भी शामिल हैं। वह ग्वालियर सीट से संभावितों में से हैं, जिसे उन्होंने 1999 में जीता था। उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके पवैया ग्वालियर सीट से 2018 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। ग्वालियर सीट के लिए भाजपा की संभावित पसंदों में मौजूदा सांसद विवेक शेजवलकर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हैं, जो अपने पुराने गुना निर्वाचन क्षेत्र से भी संभावित हैं।

तीन पूर्व राज्य मंत्री भी दौड़ में

पिछला विधानसभा चुनाव हारने वाले कम से कम तीन पूर्व राज्य मंत्री भी लोकसभा उम्मीदवारी के लिए दावेदार हैं। इसमें पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भोपाल और ग्वालियर सीटों से संभावित उम्मीदवार शामिल हैं, पूर्व लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, विदिशा सीट से दावेदार हैं, भिंड से पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य और रामकिशोर कांवरे, बालाघाट से उम्मीदवारी की आस लगाए हुए हैं।

ये भी लगाए हुए हैं आस

मंदसौर सीट से तीन बार के पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया, जो 2023 में विधानसभा सीट हार गए थे, मंदसौर लोकसभा सीट से संभावित हैं, जबकि पूर्व विधायक शरदेंदु तिवारी, जिन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के दिग्गज अजय सिंह 'राहुल' को हराया था, लेकिन 2023 में उनसे हार गए, सीधी लोकसभा सीट से संभावित हैं। अपने संसदीय क्षेत्र के सतना विधानसभा क्षेत्र से 2023 का विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद, सतना सीट से चौथी बार के मौजूदा सांसद गणेश सिंह अभी भी उसी सीट से संभावित हैं।

केंद्रीय मंत्री और मंडला-एसटी सीट से छठी बार सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते हाल के विधानसभा चुनावों में अपने संसदीय क्षेत्र की निवास-एसटी विधानसभा सीट हारने के बावजूद उसी सीट से संभावित उम्मीदवारों में से हैं।

शिवराज सिंह चौहान भी संभावित

राजनीतिक दिग्गजों में, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल और छिंदवाड़ा सीटों के अलावा विदिशा सीट से संभावित उम्मीदवारों में से हैं, जिसे उन्होंने पहले पांच बार जीता था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा खजुराहो के साथ-साथ भोपाल सीट से संभावितों में से हैं, जबकि विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना सीट से संभावित हैं। उन्होंने 2009 और 2019 में यहांजीत हासिल की थी)

इंदौर सीट

वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी इंदौर सीट से तीन संभावित उम्मीदवारों में से हैं, जहां मौजूदा सांसद शंकर लालवानी और शहर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव दो अन्य उम्मीदवार हैं। सीधी सीट से पहली बार विधायक बनी रीति पाठक सीधी लोकसभा सीट से संभावित हैं, जहां से उन्होंने 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी।

सूत्रों के अनुसार, पार्टी पहले पांच सीटों-दमोह, सीधी, होशंगाबाद, जबलपुर और मुरैना के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है, जो पिछले साल उनके मौजूदा सांसदों के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हो गई थीं।

2019 के लोकसभा चुनावों में मध्यप्रदेश में भाजपा ने 29 में से 28 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा पर कब्जा कर सकी थी।

जानकारों के अनुसार, इस बार कि पार्टी नए चेहरों को चुन सकती है, जिनकी औसत आयु 50 वर्ष के आसपास होगी। खासकर भोपाल, इंदौर, टीकमगढ़-एससी, खंडवा, रीवा, मंदसौर, रतलाम, बालाघाट-एसटी, सागर, विदिशा, धार-एसटी, राजगढ़, सतना और मंडला-एसटी सीटें नए चेहरे देख सकती हैं।

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