Lok Sabha Election 2024: क्या कहते हैं पीएम मोदी के सितारे, क्या तीसरी बार बनेंगे प्रधानमंत्री?
Lok Sabha Election 2024: आज दुनिया जिसका लोहा मान रही है। विश्व का हर बड़ा नेता आज उसकी बात मानता है। विश्व में भारत के इस नेता ने अपनी केवल अलग पहचान ही नहीं बनाई है बल्कि दुनिया के सामने भारत की छवि को भी शीर्ष पर पहुंचाया है। यहां बात हो रही है देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी की।
Lok Sabha Election 2024: आज दुनिया जिसका लोहा मान रही है। विश्व का हर बड़ा नेता आज उसकी बात मानता है। विश्व में भारत के इस नेता ने अपनी केवल अलग पहचान ही नहीं बनाई है बल्कि दुनिया के सामने भारत की छवि को भी शीर्ष पर पहुंचाया है। यहां बात हो रही है देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी की। जो देश कभी भारत को कमतर आंकते रहे हैं और कमजोर देश मानते रहें हैं, आज उन्हीं के सामने भारत एक सशक्त, मजबूत, दमदार और आत्मनिर्भर देश के रूप में अपना सीना ताने खड़ा है। यह सब संभव हुआ है भारत की स्थिर और मजबूत सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों और दुनिया बदल देने वाले हौसले के कारण।
2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने गुजरात में विकास का जो मॉडल तैयार किया उससे पूरा देश पहले ही चकित था, उसके बाद उन्होंने 2014 में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पद संभाला और आज भी उनकी सफलता की यात्रा जारी है। विपक्षी दलों ने मोदी की सफलता के इस रथ को रोकने के अनेक प्रयास किए लेकिन वे सफल नहीं हो पाए।
2024 में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। मोदी को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी दलों ने इंडिया के नाम से एक गठबंधन बना लिया है। क्या यह गठबंधन मोदी को रोकने में सफल हो पाएगा, क्या मोदी तीसरी बार भी प्रधानमंत्री बनेंगे?
आइए यहां इन्हीं सब सवालों का जवाब ज्योतिष के नजरिए से आचार्य अशोक कुमार पांडेय से जानने का प्रयास करते हैं।
जन्म 17 सितंबर 1950 को सुबह 11 बजे
नरेन्द्र दामोदरदास मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को सुबह 11 बजे गुजरात के वडनगर में हुआ। ज्योतिष के अनुसार देखा जाए तो वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि बनती है। वृश्चिक लग्न, लग्नेश मंगल, रासेश मंगल केंद्र में (लग्न में) स्थित होकर इनकी संपूर्ण कुंडली को बल प्रदान कर रहा है। पीएम मोदी की कुंडली में वर्तमान समय में मंगल की ही महादशा भी चल रही है जिसमें अप्रैल 2024 तक बृहस्पति की अंतर्दशा और उसके बाद मई 2025 तक शनि की अंतर्दशा रहेगी।
प्रबल राजयोग-
नरेंद्र मोदी की कुंडली में शनि भी केंद्रस्थ दशम में स्थित होकर योगकारक बना हुआ है। यह कर्म स्थान में होने के कारण जातक को प्रबल राजयोग प्रदान कर रहा है। हालांकि इस समय लोकप्रियता में थोड़ी कमी आने के संकेत भी हैं, विरोधियों के कारण सत्तासुख से मोहभंग जैसी स्थिति भी बना रहा है क्योंकि शनि के साथ राजसुख का कारक शुक्र भी बैठा हुआ है। ऐसा जातक तीन बार राजा बनता है। वहीं राज्य सुख का कारक सूर्य भी बुध के साथ एकादश में युति कर रहा है, यह बुधादित्य योग बना रहा है और इनके साथ केतु की उपस्थिति होने ने त्रिपुरुष योग का निर्माण कर रहा है।
तीन बार राजा बनता है ऐसा जातक-
ऐसा जातक तीन बार राजा बनता है और जनता के दिलों पर राज करता है। केंद्रस्थ चतुर्थ में बृहस्पति के सामने दशम में शुक्र शनि युति भी योगकारक है। इस लिहाज से देखा जाए तो मोदी तीसरी बार भी प्रधानमंत्री पद सुशोभित कर सकते हैं।
लघु कल्याणी ढैया का प्रभाव-
मोदी की राशि वृश्चिक पर शनि का लघु कल्याणी ढैया चल रहा है। जो बीच-बीच में अस्थिरता का माहौल पैदा करेगा। विरोधी सक्रिय होंगे और छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेंगे हालांकि वे अपने मिशन में कामयाब नहीं हो पाएंगे।
तीसरी बार पीएम बनेंगे मोदी-
मोदी को तीसरी बार सत्ता सुख मिलने वाला है। एकादश में बना त्रिपुरुष योग और अप्रैल 2024 तक मंगल-बृहस्पति दशा-अंतर्दशा योगकारक है। इसके बाद भी मंगल-शनि प्रबल राजयोग की ओर संकेत कर रहे हैं।