सपा MP अक्षय ने स्पीकर पर फेंका कागज, सुमित्रा बोलीं- दोबारा हुआ तो लेंगे एक्शन
नई दिल्ली: संसद में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ।लोकसभा में एसपी सांसद अक्षय यादव ने कागज फाड़कर स्पीकर सुमित्रा महाजन की तरफ फेंक दिया। स्पीकर ने वॉर्निंग देते हुए कहा कि अगर दोबारा ऐसा हुआ तो एक्शन लिया जाएगा। नोटबंदी पर विपक्ष के दबाव में गुरुवार 24 नवंबर को पीएम मोदी राज्यसभा पहुंचे थे, लेकिन लंच के बाद वह चले गए। लंच से पहले तक उन्होंने विपक्ष की बात सुनी।
लंच के बाद जब 2 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष पीएम को वापस बुलाने की मांग करने लगा। इस पर चेयरमैन ने कहा कि पीएम थोड़ी देर में आएंगे, लेकिन विपक्ष हंगामा करने लगा इसके बाद 3 बजे तक राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है। नोटबंदी के खिलाफ संसद में लगातार विपक्ष हंगामा कर रहा था और मोदी को संसद में जवाब देने की मांग कर रहा है।
विपक्ष पिछले 6 दिनों से पीएम मोदी की ओर से नोटबंदी पर संसद में जवाब देने की मांग कर रहा था। हालांकि हंगामे के बीच बुधवार को पीएम लोकसभा पहुंचे थे लेकिन कुछ कहे बिना ही वापस चले गए थे। शीतकालीन सत्र के 7वें दिन गुरुवार को पीएम मोदी राज्यसभा में बोल सकते हैं।
अरुण जेटली ने कहा कि
-मुझे शक था कि विपक्ष चर्चा से भागना चाहता है।
-विपक्ष की मांग पर सदन में पीएम आए थे।
-अब चर्चा होनी चाहिए लेकिन विपक्ष हंगामा कर रहा है क्योंकि वह चर्चा नहीं करना चाहता।
गुरुवार 24 नवंबर को राज्यसभा में क्या हुआ
लंच के बाद क्या बोलींं माया
मायावती ने कहा कि मोदी जी सर्वे करवाते हैं कि 90 प्रतिशत लोग उनके पक्ष में है।
जबकि असलियत ये है कि 90 प्रतिशत लोग उनके खिलाफ हैं।
अभी चुनाव हो जाए सब तस्वीर साफ हो जाएगी।
लंच से पहले क्या बोलीं थींं मायावती
-मायावती ने कहा कि लंच के बाद भी यह डिवेट जारी रहेगी।
-पीएम ने जो नोटबंदी के खिलाफ फैसला लिया है उसका हमारी पार्टी विरोध नहीं करती है।
-लेकिन इस फैसले से आम जनता और गरीब लोग परेशान हैं।
-90 प्रतिशत लोग आज भी लाइनों में खड़े हैं।
सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा
-मोदी सरकार ने यह नोटबंदी ब्लैकमनी के लिए नहीं बल्कि यूपी के इलेक्शन को ध्यान में रखकर की है।
-आम चुनाव में आपने कहा था कि विदेश से ब्लैकमनी लाएंगे। उसके बारे में बताएंगे?
-जब भी बार-बार भावुक होकर बोला जाता है तो जनता ड्रामा के रूप में लेने लगती है।
टीएमसी नेता डेरेक ओब्राइन ने कहा कि
-ममता बनर्जी ने 2 घंटे के अंदर नोटबंदी का विरोध किया था।
-उन्हें पता था कि इस एलान का सभी पर असर होने वाला है
-16 पार्टियां इस एलान का विरोध कर रही हैं। सभी लोग ब्लैकमनी और करप्शन के विरोध में हैं।
राजनाथ ने 24 नवंबर को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले की थी मीटिंग
संसद में हंगामे के चलते कार्यवाही बाधित है इसको लेकर राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और अनंत कुमार विपक्ष से बातचीत कर हल निकालने की कोशिश की थी लेकिन उनकी मीटिंग में विपक्ष के नेता शामिल नहीं हुए। सदन सुचारु रूप से चल सके इसके लिए बुधवार को लोकसभा में स्पीकर, सरकार और विपक्षी पार्टियों की दो बैठकें हुई हैं।
नोटबंदी को लेकर जहां विपक्ष सड़क पर उतर आया है वहीं 28 नवंबर को भारत बंद का एलान कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि फैसला वापस लेना मोदी के खून में नहीं है।
आगे की स्लाइड में पढ़ें बुधवार को क्या हुआ था ...
23 नवबंर को क्या कहा मायावती ने ?
-बसपा सुप्रीमो ने ये भी कहा कि पीएम मोदी संसद आकर विपक्ष की सुनें।
-उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी में गड़बड़झाला हुआ है।
-हम भी काले धन के खिलाफ सरकार के साथ हैं।
-लेकिन बिना तैयारी के लिया गया ये कदम अगर सोच समझकर लिया जाता तो हम सरकार का समर्थन करते।
राहुल ने भी साधा निशाना
-इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा।
-हमलावर अंदाज में उन्होंने कहा कि विपक्ष की केवल यही मांग है कि पीएम संसद में आकर जवाब दें।
-राहुल ने कहा, ‘वह आ क्यों नहीं रहे हैं, उन्हें किस बात की घबराहट है।’
नोटबंदी का फैसला सिर्फ पीएम ने लिया
-इतना ही नहीं राहुल गांधी ने ये भी कहा कि पीएम मोदी ने नोटबंदी पर अपने वित्त मंत्री तक से बात नहीं की।
-ये फैसला वित्त मंत्री का नहीं केवल प्रधानमंत्री का था।
-उन्होंने जो किया वो बिना तैयारी के किया गया एक सबसे बड़ा वित्तीय परीक्षण था।