भारतीय नौसेना की 'ग्रेट ओल्ड लेडी' आज हो जाएगी रिटायर, जानें इसकी खूबियां
भारतीय नौसेना में समुद्री-सीमाओं की रखवाली करने वाला आईएनएस विराट सोमवार (6 मार्च) को रिटायर हो जाएगा। यह 1987 से नेवी में अपनी सर्विस दे रहा है। जिसने 27 साल ब्रिटिश नेवी में अपनी धाक जमाई और फिर इसे 1987 में भारत को बेचा गया।
मुंबई: भारतीय नौसेना में समुद्री-सीमाओं की रखवाली करने वाला आईएनएस (INS) विराट सोमवार (6 मार्च) को रिटायर हो जाएगा। यह 1987 से नेवी में अपनी सर्विस दे रहा है। जिसने 27 साल ब्रिटिश नेवी में अपनी धाक जमाई और फिर इसे भारत को बेचा दिया गया। यह दुनिया का सबसे पुराना एयरकॉफ्ट कैरियर है। नेवी ने इसकी अच्छाइयों को गिनाते हुए कहा कि आईएनएस विराट को अगर कोई नहीं खरीदता है तो उसे चार महीने के अंत तक तोड़ दिया जाएगा।
विराट को कहा जाता है 'ग्रेट ओल्ड लेडी'
-1980 के दशक में भारतीय नौसेना ने इसे साढ़े छह करोड़ डॉलर में खरीदा था।
-जिसे 12 मई 1987 को सेवा में शामिल किया।
-INS विराट अपने आखिरी मिशन पर 18 दिसंबर को मुंबई से रवाना होकर गोवा पहुंचा था।
-आईएनएस विराट का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम शामिल है।
-यह दुनिया का एकलौता ऐसा जहाज है, जो इतना बूढ़ा होने के बाद भी इस्तेमाल में लाया गया।
-इसे 'ग्रेट ओल्ड लेडी' के नाम से भी जाना जाता है।
-पश्चिमी नौसेना कमान की तरफ से बताया गया था कि यह इतिहास में सबसे ज्यादा सेवा देने वाला पोत है।
आगे की स्लाइड में पढ़ें किया हैं INS विराट की खूबियां ...
INS विराट की खूबियां
-विराट का वजन करीब 24 हजार टन है।
-जिसकी लंबाई 740 फीट, चौड़ाई 160 फीट है।
-विराट ने 2252 दिन समुद्री-सीमाओं पर बिताए हैं।
-जानकरी के मुताबिक इसने 10 लाख 94 हजार 215 किलोमीटर की यात्रा की है।
-यह लगभग 27 बार पूरी दुनिया का चक्कर लगा चुका है।
-जिससे लड़ाकू विमानों ने 22 हजार 622 घंटे की उड़ान भरी है।
इन आपरेशन में विराट ने दिया था साथ
-विराट ने 1989 में श्रीलंका में भेजी गई शांति सेना के दौरान आपरेशन जूपिटर।
-2001-02 में संसद पर हमले के बाद ऑपरेशन पराक्रम के दौरान अहम भूमिका निभाई थी।