Wrestlers Protest: पहलवानों पर हुए एक्शन पर आई दिल्ली पुलिस की सफाई, दोबारा धरना देने को लेकर कही ये बात
Wrestlers Protest: जंतर-मंतर पर धरना दे रहे महिला पहलवानों को जिस तरह दिल्ली पुलिस ने संसद भवन की ओर जाने से रोका, इसकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर वायरल हैं।
Wrestlers Protest: रविवार के दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में काफी गहमागहमी रही। एक तरफ जहां नई संसद भवन की इमारत का भव्य उद्घाटन समारोह हो रहा था, वहीं इससे महज तीन किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली पुलिस और पहलवानों के बीच धक्कामुक्की, झूमाझटकी हो रही थी। दिल्ली की सीमाएं भी शांत नहीं थीं। हरियाणा से लगने वाले सिंघू और टीकरी बॉर्डर और यूपी से लगने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर किसान संगठनों और खापों के नेता कार्यकर्ता दिल्ली में प्रवेश करने पर आमदा थे।
कुल मिलाकर दिल्ली पुलिस के लिए कल यानी रविवार 28 मई चुनौतियों से भरा रहा। हालांकि, जंतर-मंतर पर धरना दे रहे महिला पहलवानों को जिस तरह दिल्ली पुलिस ने संसद भवन की ओर जाने से रोका, इसकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर वायरल हैं। अंतरराष्ट्रीय खेल कार्यक्रमों में देश के लिए मेडल जीतने वाले इन पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस के इस बर्ताव की तीखी आलोचना भी हुई। विपक्षी दलों ने पुलिस के एक्शन को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
अब दिल्ली पुलिस ने दी सफाई
पहलवानों के खिलाफ हुए एक्शन की निंदा का सामना कर रही दिल्ली पुलिस रविवार को हुई घटनाओं को लेकर बयान जारी किया है। दिल्ली पुलिस की उपायुक्त और पीआरओ सुमन नलवा ने कहा, कल के प्रदर्शन को लेकर पहलवानों से बातचीत की गई, पर उन्होंने कुछ भी सुनने से मना कर दिया। उसके बाद इन्हें हिरासत में लेना पड़ा। हमने शांतिपूर्ण तरीके से इन्हें हिरासत में लिया है। अगर ये कहीं और प्रदर्शन करने की इजाजत मांगेंगे तो इजाजत दी जा सकती है, मगर इन्हें जंतर-मंतर पर बैठने नहीं दिया जाएगा।
नलवा ने आगे कहा कि हमने 38 दिन से धरना पर बैठे पहलवानों को हर संभव सुविधा दी। लेकिन कल यानी रविवार को उन्होंने कानून तोड़े। इसलिए उन्हें हिरासत में लिया गया और शाम तक रिहा कर दिया गया। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट समेत 109 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। इन पर दंगा फैलाने और सरकारी काम में बाधा डालने जैसे आरोप लगाए गए हैं। इन मामलों में दोषी पाए जाने पर सात साल तक की सजा हो सकती है।
विनेश ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
महिला रेसलर विनेश फोगाट ने सोमवार को दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली से पहलवान सामान लेकर वापस घर जा रहे थे, तो पुलिस पीछे लग गई। पुलिस ने बताया कि हम सिक्योरिटी के लिए हैं। हमने पूछा कि रविवार शाम साढ़े सात बजे जब हमें थाने से छोड़ा गया, तब वे कहां थे ? फोगाट ने आगे कहा कि क्या पता बृजभूषण ने ही अपने हथियारबंद आदमी भेजे हों और हमारा एनकाउंटर करा दिया जाए।
महिला पहलवानों के समर्थन में उतरीं मायावती
जंतर-मंतर पर एक महीने से अधिक समय तक धरने पर बैठी महिला पहलवानों को तमाम विपक्षी दलों, किसान संगठनों और खापों से समर्थन मिला। कई प्रमुख विपक्षी नेताओं ने धरनास्थल पर जाकर पहलवानों से मुलाकात की और अपना समर्थन दिया। मोदी सरकार के करीबी माने जाने वाले योग गुरू बाबा रामदेव ने भी महिला पहलवानों का समर्थन करते हुए कुश्ती संघ प्रमुख बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर दी।
इसी कड़ी में अब यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती भी महिला पहलवानों के समर्थन में उतर आईं हैं। उन्होंने इसे लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है - विश्व कुश्ती में भारत का नाम रौशन करके गौरवपूर्ण स्थान पाने वाली भारतीय बेटियां कुश्ती फेडरेशन आफ इण्डिया के प्रमुख पर शोषण के गंभीर आरोपों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग को लेकर आन्दोलन करने को मजबूर हैं। इन बेटियों को न्याय दिलाने के लिए केन्द्र सरकार को जरूर आगे आना चाहिए।
विश्व कुश्ती में भारत का नाम रौशन करके गौरवपूर्ण स्थान पाने वाली भारतीय बेटियाँ कुश्ती फेडरेशन आफ इण्डिया के प्रमुख पर शोषण के गंभीर आरोपों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग को लेकर आन्दोलन करने को मजबूर हैं। इन बेटियों को न्याय दिलाने के लिए केन्द्र सरकार को जरूर आगे आना चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) May 29, 2023
बता दें कि महिला रेसलर्स ने भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। बीजेपी सांसद सिंह के खिलाफ पहलवान जंतर-मंतर पर बीते माह 23 अप्रैल से धरना दे रहे थे। रविवार को उनकी नई संसद भवन के सामने महिला महापंचायत होनी थी, जिसे दिल्ली पुलिस ने नहीं होने दिया और फिर उन्हें जंतर-मंतर से भी हटा दिया गया।