Y-FACTOR Yogesh Mishra विजय माल्या कितने गरीब, जानें इसकी सचाई...
Y-FACTOR Yogesh Mishra
Y-FACTOR Yogesh Mishra उम्मीद है कि आप विजय माल्या के बारे में बहुत कुछ जानते होंगे। अगर नहीं जानते तो इतना तो जानते ही होंगे कि विजय माल्या पर बैंकों का बहुत बड़ा रूपया बाकी है। बहुत बड़ा क़र्ज़ बाक़ी है। और विजय माल्या देश छोड़कर चले गये हैं। आप यह भी जानते होंगे कि विजय माल्या देश के सबसे बड़े बीयर निर्माता हैं। और यह भी जानते होंगे कि अपने नये साल के कैलेंडर के लिए विजय माल्या अपने समय में काफ़ी सुर्ख़ियों बटोरते रहे हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर उनका एक चित्र तैर रहा है। उस चित्र में विजय माल्या एक ट्रेन में सवार हैं। और विदेश में एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं। उस चित्र को ट्विट करने के बाद तमाम लोग उस पर अपने अपने ढंग से टिप्पणियां कर रहे हैं। और बता रहे हैं कि यह वही शख़्स हैं जो प्राइवेट जेट से चलता था। कुछ लोग बड़े दीनता भरे भाव से यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि कभी जेट से चलने वाला यह शख़्स आज पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ट्रैवेल कर रहा है। हक़ीक़त जानने की कोशिश की जाये, इस ट्विट व वीडियो की पड़ताल की जाये तो जो सच्चाई हाथ लगती है वह ऐसे ही है जैसे तमाम समय पर नेता अलग अलग चीज़ों का अभिनय करते रहते हैं। तो विजय माल्या का भी यह एक रोल है ।जिसके मार्फ़त वह सुर्ख़ियाँ बटोरना चाहते हैं।
आज की तारीख़ में विजय माल्या की निजी हैसियत डेढ़ अरब डॉलर की अनुमानित है।आप सोच सकते हैं कि जिसकी निजी हैसियत इतनी बड़ी हो, वह ट्रेन में ट्रैवेल कर रहा हो तो यह ग़रीबी नहीं ऑपरच्यूनिटि को कैश कराना ही कहा जा सकता है। भारत से भागे विजय माल्या ने जुलाई, 2020 में, अपने खिलाफ मुकदमेबाजी कर रहे भारतीय बैंकरों को 139.60 अरब रुपये का एक समझौता पैकेज की पेशकश की थी। लेकिन यह समझौता बैंकरों द्वारा स्वीकार नहीं किया गया।
विजय माल्या अब कितनी कम्पनियों में हिस्सेदार हैं, इसका कोई सटीक हिसाब नहीं है। लेकिन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उनके नियंत्रण में ये संस्थाएं हैं :
- यूनाइटेड स्पिरिट्स के लगभग 4 फीसदी हिस्सेदारी विजय माल्या के पास है।
- यूनाइटेड ब्रुअरीज का लगभग 20 से 25 फीसदी हिस्सा विजय माल्या का है।
- मैंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स का लगभग 22 फीसदी हिस्सा विजय माल्या के हाथ है।
- बेस्ट और क्रॉम्पटन कंपनी का नया नाम यूबी इंजीनियरिंग है। यह अब लगभग निष्क्रिय हैं। लेकिन विजय माल्या का नाम तो दर्ज हैं ही।
2021 में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बीयर निर्माता कंपनी हॉलैंड की हाइनेकेन एनवी ने भारत की सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनी यूनाइटेड ब्रेवरीज लिमिटेड (यूबीएल) का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। कंपनी ने यूबीएल में 39.6 मिलियन शेयर खरीदे हैं जिससे उसकी हिस्सेदारी 46.5 फीसदी से बढ़ कर 61.5 फीसदी हो गई है। अधिग्रहण मूल्य 58.1 अरब रुपये का है।
- 31 मई को यूबी इंडस्ट्रीज का एक रुपये वाला शेयर 1531 रुपये में शेयर बाज़ार में बिक रहा था।
- 2021 में कम्पनी की डायरेक्टर रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का कुल राजस्व 43 अरब रुपये का था। 2020-21 में कोरोना के चलते कम्पनी की बिक्री 38 फीसदी कम रही थी। इस वर्ष यूबीएल का ग्रॉस कारोबार 101,834 मिलियन रुपये का रहा।
- इस वर्ष के लिए कराधान पूर्व लाभ 1,680 मिलियन रुपये रहा। कराधान के बाद लाभ 1,129 मिलियन रुपये रहा।
- किंगफिशर बीयर 1978 में लॉन्च हुई थी । तब से यह भारत के सबसे भरोसेमंद ब्रांडों में से एक है । और वैश्विक स्तर पर 50 से अधिक देशों में इसका विस्तार हुआ है। यानी इस बीयर की बिक्री होती है।
- देश के प्रमुख अल्कोहल ब्रांडों में से एक के रूप में, किंगफिशर का ब्रांड मूल्य 2020 तक लगभग 13 लाख डॉलर था।