Loksabha Election 2024 : जानिए कौन हैं सबसे कम उम्र की महिला उम्मीदवार शांभवी, जिसे एनडीए ने दिया टिकट?
Loksabha Election 2024 :
Loksabha Election 2024 : केंद्रीय चुनाव आयोग के तरीखों के ऐलान करने के बाद से ही लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है। चुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे ही निकट आ रही है, सियासी दलों में गहमा-गहमी और तेजी से बढ़ रही है। राजनीतिक दल अपने-अपने जातीय समीकरण को साधने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे एनडीए के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। लोजपा ने एक ऐसे उम्मीदवार को चुनावी रणभूमि में उतारा है, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। दरअसल, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को समस्तीपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया है, जो सबसे कम उम्र की महिला दलित उम्मीदवार हैं।
लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए के बीच बिहार में गठबंधन सहयोगी चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को पांच सीटें देने पर सहमति बनी थी। इसके बाद लोजपा ने बिहार की पांचों सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। पार्टी प्रमुख चिराग पासवान हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, उन्होंने जमुई से अपने बहनोई अरूण भारती को टिकट दिया है। हालांकि लोजपा उम्मीदवारों की सूची में एक जिस उम्मीदवार के नाम की चर्चा पूरे देश में हो रही है, वह हैं शांभवी चौधरी। पार्टी ने उन्हें बिहार के समस्तीपुर से टिकट दिया है।
शांभवी के पिता बिहार सरकार में हैं मंत्री
बता दें कि शांभवी चौधरी की उम्र 25 साल 09 महीने हैं। उनके पिता बिहार में जेडीयू कोटे से मंत्री हैं, जो नीतीश सरकार की कोर टीम में भी शामिल हैं। शांभवी चौधरी भले ही पहली बार चुनाव लड़ रही हों, लेकिन राजनीति में उनके परिवार की जड़ें काफी गहरी है। शांभवी के दादा महावीर चौधरी कांग्रेस सरकार में बिहार में मंत्री थे।
शांभवी के ससुर थे आईपीएस अधिकारी
शांभवी चौधरी की शादी सायन कुणाल से हुई है। शांभवी के ससुर यानी कुणाल के पिता किशोर कुणाल एक आईपीएस अधिकारी थे, वह बिहार के मंदिरों में कई दलित पुजारियों को भी नियुक्त करवाने का प्रयास किया था, जिसके कारण बिहार में काफी प्रसिद्ध थे।
डॉक्टरेट की पढ़ाई रही हैं शांभवी
शांभवी चौधरी की शिक्षा की बात की जाए तो उन्होंने स्नातक की पढ़ाई लेडी श्रीराम कॉलेज से पूरी करने के बाद दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनामिक्स से समाजशास्त्र में परास्नातक किया है। इसके बाद वह बिहार की राजनीति में लिंग और जाति के अंतर्विरोध पर ध्यान केंद्रित करते हुए डॉक्टरेट की पढ़ाई शुरू की है।
ये भी नेता कम उम्र में बने थे सांसद
बिहार के समस्तीपुर से लोकसभा चुनाव में ताल ठोंक रही शांभवी चौधरी सबसे कम उम्र की उम्मीदवार हैं, उनकी उम्र 25 साल 09 माह है। बता दें कि वर्तमान में सबसे कम उम्र की सांसद चंद्राणी मुर्मू है, जिन्होंने ओडिशा के क्योंझर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। तब वह 25 साल 11 महीने की थीं।
इससे पहले भी जिन नेताओं ने कम उम्र में दिल्ली का सफर तय किया है, उनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंट चौटाला का भी नाम शामिल है। ये सभी नेता लगभग 26 साल की उम्र में सांसद बने थे।