Bangalore News: सरकार का बड़ा फैसला, मुहर्रम में जुलूस पर लगाई रोक, गणेश चतुर्थी पर पंडाल सजाने पर पाबंदी

Bangalore News: कर्नाटक में 16 अगस्त के बाद आंशिक रूप से लॉकडाउन (Lockdown) लगाया जा सकता है।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-08-13 10:11 IST

गणेश चतुर्थी (फोटो- सोशल मीडिया)

Bangalore News: महामारी कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान रखते हुए कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला किया है। सरकार ने राज्य में मुहर्रम के जुलूस पर रोक लगा दी है। इस पर सरकारी आदेश के मुताबिक, यह रोक 12 अगस्त से 20 अगस्त तक जारी रहेगा। साथ ही सरकार ने गणेश चतुर्थी के दौरान पंडाल सजाने पर भी रोक लगा दी है।

ताजा आई खबरों के अनुसार, कर्नाटक में 16 अगस्त के बाद आंशिक रूप से लॉकडाउन (Lockdown) लगाया जा सकता है। कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य में यात्रा को लेकर भी नए नियम लागू किए जा चुके हैं।

मास्क पहनना अनिवार्य

सूत्रों से सामने आई खबर के अनुसार, गुरुवार को सरकार की ओर से जारी हुए आदेश में कहा गया है, 'सभी तरह के जुलूसों पर 12 अगस्त से 20 अगस्त तक प्रतिबंध रहेगा। अलम/पंजा और ताजिया को बगैर छुए दूर से देख सकेंगे।'

फोटो- सोशल मीडिया

इसी के साथ ही प्रार्थना को लेकर भी नए नियम जारी किए गए हैं। जिसमें 'प्रार्थना सभागारों में मास्क पहनना अनिवार्य है। सभी प्रार्थनाएं मस्जिदों में कोविड नियमों के कड़े पालन के साथ होंगी।'

ऐसे मेंं सरकार ने साफ तौर पर बता दिया है कि मस्जिद के अलावा कहीं भी प्रार्थना सभा नहीं रखी जा सकेंगी। मुहर्रम पर मस्जिद के अलावा सामुदायिक भवनों, खुले मैदानों, शादी महल आदि में प्रार्थना सभा का आयोजन करने की इजाजत नहीं है।'

कब्रिस्तान में कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं

इसके साथ ही कब्रिस्तान में कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे। खासकर 10 साल से कम और 60 वर्ष से ज्यादा के नागरिकों को घर में ही प्रार्थना करने के लिए कहा गया है।

राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए सरकारी आदेश में कहा गया है, 'गणेश चतुर्थी पर कोई पंडाल नहीं लगाए जाएंगे। इसे सादगी से मनाया जाएगा। गणेश प्रतिमा लाने और विसर्जन के दौरान जुलूस/मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे। गणेश गौरी प्रतिमाओं को केवल तय जगहों पर ही विसर्जित किया जा सकेगा।'

सरकार के आदेश के मुताबिक, गणेश चतुर्थी का आयोजन कर रहे मंदिरों को प्रतिदिन सैनिटाइज किया जाना चाहिए। वहीं, श्रद्धालुओं को भी सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के बाद ही मंदिर में आने की अनुमति मिलनी चाहिए। मंदिर प्रशासन को भी थर्मल चेकिंग की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा गया है। 

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