Karnataka Azaan Controversy: कर्नाटक में अजान पर घमासान जारी, बजरंग दल ने कमिश्नर दफ्तर के बाहर छिड़का गोमूत्र

Karnataka Azaan Controversy:पिछले दिनों कुछ मुस्लिम लोगों ने शिवमोगा कमिश्नर दफ्तर के बाहर अजान पढ़ा था। जिसके विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को उस जगह को गोमूत्र से धोया।

Update:2023-03-21 19:03 IST

Karnataka Azaan Controversy: विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े कर्नाटक में राजनीति गरमाई हुई है। अजान, बुर्का और हलाल मीट जैसे सांप्रदायिक मुद्दों को लेकर पिछले काफी समय से इस दक्षिणी राज्य में गहमागहमी मची हुई है। इस बीच अजान को लेकर एकबार फिर सूबे में सियासत तेज हो गई है। पिछले दिनों कुछ मुस्लिम लोगों ने शिवमोगा कमिश्नर दफ्तर के बाहर अजान पढ़ा था। जिसके विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को उस जगह को गोमूत्र से धोया।

दरअसल, पिछले हफ्ते एक मुस्लिम शख्स ने सीनियर बीजेपी लीडर और पूर्व डिप्टी सीएम के एस ईश्वररप्पा के बयान पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए शिवमोगा कमिश्नर दफ्तर के बाहर अजान पढ़ा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। कल यानी सोमवार को बजरंग दल के सदस्यों ने जय श्री राम का नारा लगाते हुए कलेक्टर ऑफिस के मेन गेट पर उसी जगह गोमूत्र छिड़का जहां अजान पढ़ी गई थी।

बजरंग दल के नेता राजेश गौड़ा ने इस दौरान चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, वह नेता का विरोध करना चाहते हैं तो करें लेकिन ऐसा नहीं चलेगा। गौड़ा ने कहा कि विरोध करने का अधिकार सभी को है, मगर किसी को भी कट्टरता फैलाने का अधिकार नहीं है। वे जहां चाहें चिल्लाएं, जहां चाहें प्रार्थना करें, सड़क पर करें, लेकिन कमिश्नर ऑफिस में ये सही नहीं है। उन्होंने एसडीपीआई को पीएफआई की शाखा करार करते देते हुए सरकार से इसे भी बैन लगाने की मांग की थी।

SDPI के कार्यकर्ता ने दी थी अजान

17 मार्च को जिस शख्स ने शिवमोगा कमिश्नर दफ्तर के बाहर अजान दिया था, उसकी पहचान कर ली गई है। उसकी पहचान मोहसिन के रूप में हुई है जो कि सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़ा हुआ है। अजान पढने का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। बीजेपी नेता ईश्वररप्पा ने इसे देशद्रोह करार देते हुए कहा था कि जो लोग इस तरह अजान दे रहे हैं, उन्हें नहीं मालूम कि वो भारत में रह रहे हैं या पाकिस्तान में।

क्या है पूरे विवाद की वजह ?

दरअसल, कुछ दिनों पहले मंगलुरू में बीजेपी के एक कार्यक्रम में पूर्व उपमुख्यमंत्री के एस ईश्वररप्पा ने लाउडस्पीकर पर अजान पढ़ने को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि क्या अल्लाह बहरा है, जो उन्हें बुलाने के लिए लाउडस्पीकर पर चिल्लाना पड़ता है, अजान की आवाज से मुझे सिरदर्द होता है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है, आज नहीं तो कल अजान का अंत हो जाएगा।

उनके इस बयान पर उनके गृह निर्वाचन क्षेत्र शिवमोगा में काफी विरोध प्रदर्शन हुआ था। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जाहिर की थी। कर्नाटक में अजान लंबे समय से बहस का विषय रहा है। पिछले साल लाउडस्पीकर से अजान पढ़ने को बैन करने की मांग से जुड़ी याचिका हाईकोर्ट में दायर की गई थी। हालांकि, उच्च न्यायालय ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।

बता दें कि कर्नाटक में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। वहीं, जेडीएस की भूमिका एक किंगमेकर की रही है।

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