Karnataka: प्रज्वल रेवन्ना का भाई MLC सूरज भी हुआ गिरफ्तार, CID करेगी मामले की जांच
Suraj Revanna Arrested: कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले में जेल में बंद जेडीएस के पूर्व नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना के भाई को भी पुलिस ने यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
Suraj Revanna Arrested: कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में फंसे जेडीएस के पूर्व नेता प्रज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना को भी हासन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूरज पर जेडीएस कार्यकर्ता के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप है। बता दें, कल यानी 22 जून को कर्नाटक में पुलिस ने जेडीएस एमएलसी सूरज रेवन्ना के खिलाफ पार्टी के 27 वर्षीय पार्टी की युवा कार्यकर्ता के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज किया था। सूरज के खिलाफ यह मामला उसके एक करीबी सहयोगी द्वारा कथित पीड़ित के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज कराने के एक दिन बाद सामने आया है। साथ ही कर्नाटक सरकार ने मामले में बड़ा फैसला लेते हुए केस को CID के हाथ में सौंप दिया है। अब इस मामले की जांच CID करेगी।
शनिवार को पुलिस ने दर्ज किया था मामला
दरअसल, कर्नाटक के होलेनारसीपुरा ग्रामीण पुलिस ने बीते दिन यानी 22 जून को मामले में आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक शारीरिक संबंध), 342 (बंधक बनाना), 506 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत जेडीएस एमएलसी सूरज रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने मामले में सूरज और शिवकुमार दोनों को आरोपी बनाया है। जानकारी के अनुसार, पीड़ित ने केस दर्ज कराने से पहले राज्य के गृह मंत्री और डीजीपी को शिकायत दी थी।
परिवार को जान मारने की धमकी: पीड़ित
पीड़ित की तरफ से एफआईआर के अनुसार, 16 जून को कथित तौर पर पीड़ित शाम करीब 6.15 बजे हासन जिले के होलेनारासीपुरा स्थित एक फार्महाउस पर जेडीएस एमएलसी सूरज रेवन्ना से मिलने गया था। शिकायतकर्ता ने सूरज पर आरोप लगाया कि एमएलसी ने उसके कपड़े उतारकर उसका यौन उत्पीड़न किया और इस बारे में किसी को भी बताने पर उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाए कि एमएलसी सूरज रेवन्ना ने उसे नौकरी दिलाने और राजनीति में लाने का भी आश्वासन दिया था।
सूरज के सहयोगी शिवकुमार ने आरोपों को बताया फर्जी
पीड़ित ने एफआईआर में पुलिस को आगे बताया कि 'उसने शिवकुमार (सूरज रेवन्ना के सहयोगी) को घटना के बारे में सूचित किया और कहा कि वह न्याय के लिए लड़ेगा। बाद में, शिवकुमार ने मुंह नहीं खोलने के बदले 2 करोड़ रुपये की पेशकश की। पीड़ित (कथित) ने कहा कि उसकी जान को खतरा था, इस डर से वह बेंगलुरु आ गया। साथ ही उसने यह भी दावा किया कि वह अपने आरोपों के पक्ष में सबूत देने के लिए तैयार है। वहीं शिवकुमार ने पीड़ित (कथित) पर आरोप लगाया था कि उस व्यक्ति (कथित पीड़ित) ने झूठे आरोप लगाए हैं। वह इसके बदले वसूली कर रहा है। उसने 5 करोड़ रुपये की मांग की और बाद में 2 करोड़ रुपये में समझौता किया।