Karnataka Election 2023: पीएम मोदी संभालेंगे मोर्चा, 20 रैलियों की तैयारी, गुजरात वाली रणनीति अपनाएगी भाजपा
Karnataka Election 2023: पार्टी की राज्य इकाई की ओर से प्रधानमंत्री मोदी की 20 बड़ी रैलियों का आयोजन करने की रूपरेखा तैयार की गई है। पीएम मोदी के अलावा राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा भी 50 से अधिक जनसभाओं के जरिए भाजपा की फिजां बनाने की कोशिश करेंगे।
Karnataka Election 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भाजपा, कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर की ओर से जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। दक्षिण के इस दुर्ग को बचाने के लिए भाजपा को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर भरोसा है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर राज्य में भाजपा की नैया पार लगाने के लिए बड़ी भूमिका निभाएंगे।
पार्टी की राज्य इकाई की ओर से प्रधानमंत्री मोदी की 20 बड़ी रैलियों का आयोजन करने की रूपरेखा तैयार की गई है। पीएम मोदी के अलावा राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा भी 50 से अधिक जनसभाओं के जरिए भाजपा की फिजां बनाने की कोशिश करेंगे।
इसके साथ ही भाजपा की ओर से कर्नाटक में भी गुजरात वाली रणनीति अपनाने की तैयारी है। पार्टी की ओर से 115 ऐसी सीटों को चुना गया है जिन पर विभिन्न राज्यों के नेताओं की बड़ी फौज उतारने की तैयारी है। केंद्रीय मंत्रियों के अलावा विभिन्न राज्यों से जुड़े नेताओं को इन सीटों पर भाजपा की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के काम में लगाया जाएगा।
भाजपा को पीएम मोदी के मैजिक पर भरोसा
कर्नाटक में चुनावी जीत हासिल करने के लिए भाजपा को एक बार फिर पीएम मोदी के मैजिक पर ही भरोसा है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि पीएम मोदी का जादू एक बार फिर राज्य में भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इस कारण राज्य में 10 मई को होने वाले मतदान से पहले पीएम मोदी की 20 बड़ी रैलियां आयोजित करने की तैयारी है।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि चुनावी रणनीति के लिहाज से राज्य को 6 हिस्सों में बांटा गया है और हर हिस्से में पीएम मोदी की कम से कम तीन रैलियां आयोजित करने की तैयारी है। इनमें ज्यादा विधानसभा सीटों वाले इलाकों में पीएम मोदी की ज्यादा रैलियां भी रखी जा सकती हैं।
चुनाव की घोषणा से पहले ही मोदी सक्रिय
हैदराबाद-कर्नाटक के इलाके में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं हासिल हुई थी। इस इलाके को कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का गढ़ माना जाता है। इसलिए इस बार इस इलाके में भाजपा की ओर से ज्यादा ताकत लगाने की तैयारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले से ही कर्नाटक पर भी विशेष फोकस कर रखा है और वे लगातार राज्य का दौरा करने में जुटे हुए हैं।
हाल के दिनों में उन्होंने कर्नाटक को हजारों करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी है। चुनाव की तारीखों का ऐलान से पहले ही पीएम मोदी कर्नाटक में सात रैलियों को संबोधित कर चुके हैं।
येदियुरप्पा करेंगे 50 जनसभाएं
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी कर्नाटक चुनाव में भाजपा की ओर से प्रमुख भूमिका निभाएंगे। लिंगायत समुदाय पर येदियुरप्पा का खासा असर माना जाता है। ऐसे में पार्टी की ओर से येदियुरप्पा की 50 से अधिक जनसभाएं आयोजित कराने की तैयारी है। येदियुरप्पा की चुनावी जनसभाओं से भाजपा को लिंगायत के अलावा अन्य समुदायों पर भी पकड़ बनाने में मदद मिल सकती है।
गुजरात वाली रणनीति अपनाएगी भाजपा
भाजपा की ओर से कर्नाटक की कमजोर सीटों पर गुजरात वाली रणनीति अपनाने की भी तैयारी है। भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष और कर्नाटक के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है। पार्टी की ओर से राज्य की 224 सीटों में से 115 ऐसी सीटों का चयन किया गया है जहां पर पार्टी की ओर से पूरी ताकत लगाई जाएगी। केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही विभिन्न राज्यों के 50-60 नेताओं को इन सीटों पर चुनाव प्रचार के काम में उतारने का फैसला किया गया है।
अभी तक नहीं हुआ उम्मीदवारों का ऐलान
गुजरात में भाजपा को इस रणनीति का काफी फायदा मिला था और इसी कारण पार्टी की ओर से अब कर्नाटक में भी इस रणनीति पर अमल किया जा रहा है। पार्टी ऐसी सीटों पर विशेष ध्यान देगी जिन सीटों पर पिछले चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था।
अभी तक भाजपा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के पत्ते नहीं खोले हैं। पार्टी की ओर से इस बाबत गहराई से मंथन किया जा रहा है। क्षेत्र में निष्क्रिय रहने वाले विधायकों के टिकट काटने की तैयारी है। जानकारों का कहना है कि जल्द ही पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची का ऐलान किया जा सकता है।