मंत्रियों के अवैध संबंधः करेक्टर टेस्ट की उठी मांग, विवादित बयान पर घमासान
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि खुद को पाक साफ बताने वाले विधायकों को 'एकपत्नी व्रत' होने की जांच करानी चाहिए।
बेंगलुरु: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर का एक विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने बुधवार को राज्य विधानसभा के सभी 225 सदस्यों के चरित्र को लेकर विवादित बयान दे दिया है। जिसका काफी आलोचना होने लगी है। दरअसल, उनका कहना है कि विधानसभा के सभी सदस्यों के निजी जीवन की जांच की जानी चाहिए। ताकि ये पता लगाया जा सके कि इनमें से कितने सदस्योंके विवाहेतर या अवैध संबंध हैं।
बयान पर दी ये सफाई
अब बयान की चारों ओर आलोचना होने पर उन्होंने इस पर खेद भी जताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जानबूझकर 6 मंत्रियों को बदनाम करने की कोशिश की तो किसी को कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन मैंने केवल उनसे आत्ममंथन करने को कहा तो उससे कुछ लोग आहत हो गए। उन्होंने आगे कहा कि मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि मेरे बयान को को शब्दश: न लें बल्कि मेरे शब्दों में छिपी पीड़ा और आक्रोश को समझने की कोशिश करें।
क्या है मामला?
दरअसल, सुधाकर समेत छह मंत्री अपने खिलाफ छपने वाली खबरों के लिए कोर्ट पहुंचे थे और कोर्ट से ऐसी खबरों के छपने पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया था। बता दें कि कांग्रेस ने सुधाकर समेत छह मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की थी, जिसके बाद सुधाकर ने यह बयान दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खुद को पाकसाफ बताने वाले विधायकों को अपने 'एकपत्नी व्रत' होने की जांच करानी चाहिए, तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
सुधाकर ने दी ये चुनौती
उन्होंने कहा था कि जो लोग खुद को मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र की तरह पेश कर रहे हैं, उन्हें मैं चुनौती देना चाहता हूं कि सभी विधायकों की जांच होनी चाहिए। जिससे यह साबित हो जाएगा कि किसके अवैध संबंध हैं। मेरी भी जांच करवा लीजिए। सुधाकर के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
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