1 करोड़ का सांड बना हीरो: हर तरफ चर्चों का शोर, आइए जाने ऐसे ही अन्य जानवरों के बारे में
Krishna Bull 1 crore: मेरठ में साल 2014 में 1400 किलो वजन का मुर्रा प्रजाति का एक बैल सुर्खियों में आया था, जिसका नाम युवराज था। युवराज के सुर्खियों में आने की वजह उसके द्वारा "मेरठ के अखिल भारतीय मवेशी शो" में विजेता बनना था।
Krishna Bull 1 crore: कृष्णा नामक एक साढ़े तीन साल का बैल (Krishna Bull) जिसकी कीमत लगभग ₹1 करोड़ बताई गई है बेंगलुरु में आयोजित कृषि मेले में खूब वाहवाही बटोरी तथा आकर्षक रूप से लोगों के बीच चर्चा का विषय भी बना रहा। कृष्णा के बारे में जानकारी प्राप्त करते ही बहुत से लोग कृष्णा की सिर्फ एक झलक लिए दूर-दराज़ तक से चले चले आ रहे हैं।
₹1 करोड़ी बैल के मालिक बोरेगौड़ा ने अपने बैल की खाशियत और अन्य बातों के बारे में विस्तार से बात करते हुए कहा कि यह बैल 'हल्लीकर' नस्ल का है जिसे सभी मवेशियों की नस्लों की माँ माना जाता है तथा इस नस्ल के मवेशी के वीर्य की उच्च मांग रहती है, आमतौर पर जिसकी एक खुराक ₹1,000 तक में आसानी से बेची जाती है।
आइये जानते हैं ₹7 करोड़ी बैल युवराज के बारे में
मेरठ में साल 2014 में 1400 किलो वजन का मुर्रा प्रजाति का एक बैल सुर्खियों में आया था, जिसका नाम युवराज था। युवराज के सुर्खियों में आने की वजह उसके द्वारा "मेरठ के अखिल भारतीय मवेशी शो" में विजेता बनना था। शो की 10 सदस्यी कमेटी ने युवराज को सर्वसम्मति से शो का विजेता चुना था।
इस शो को जीतने के बाद से ही युवराज की लोकप्रियता में चार चांद लग गए। युवराज को खरीदने के लिए चंडीगढ़ के एक किसान ने ₹7 करोड़ की रकम की पेशकश की थी लेकिन युवराज के मालिक करमवीर सिंह ने प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया था कि मैंने युवराज को अपने बच्चे की तरह पाला है और हर बार पैसा ही सबकुछ नहीं होता। अगर अनुमानित तौर पर मानें तो विगत वर्ष करमवीर सिंह सालाना ₹50 लाख के आसपास युवराज की मदद के कमाते थे।
युवराज की ऊंचाई 5 फ़ीट 9 इंच थी वहीं उसकी लंबाई तकरीबन 14 फ़ीट थी। दुनिया का सबसे महंगा कुत्ता तिब्बती मास्टिफ करीब 2 मिलियन डॉलर में बिका। साल 2014 में विश्व की सबसे महंगी और दुर्लभ कुत्तों की नश्ल में से एक को चीन के पूर्वी प्रांत झेजियांग में आयोजित एक लक्जरी पालतू मेले में करीब 2 मिलियन डॉलर की कीमत पर बेचा गया था। उपलब्ध जानकारी के मुताबिक तिब्बती मास्टिफ पिल्ला एक अमीर खरीदार द्वारा खरीदा गया था और अभीतक के इतिहास की यह सबसे महंगे कुत्ते की बिक्री है।
तिब्बती मास्टिफ की बिक्री के समय वह महज़ एक साल का था तथा इसका वजन लगभग सौ किलोग्राम था और यह 31 इंच लंबा था। इसके अलावा हूबहू इसी नस्ल का एक और पिल्ला इस पिल्ले की आधी कीमत पर बेचा गया था।