AAP-BJP का संग्राम, केजरीवाल के विधायकों के खिलाफ FIR दर्ज
दिल्ली में सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार (30 जनवरी) को सुबह बीजेपी और आप के नेता सीएम अरविंद केजरीवाल के घर मीटिंग करने पहुंचे। इस बैठक में दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत कई अन्य नेता भी पहुंचे। यहां विवाद निपटाने की बातें चल ही रही थीं कि अचानक दोनों पक्षों के बीच बात बिगड़ गई और अब बीजेपी नेता केजरीवाल के घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली में सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार (30 जनवरी) को सुबह बीजेपी और आप के नेता सीएम अरविंद केजरीवाल के घर मीटिंग करने पहुंचे। इस बैठक में दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी सहित कई अन्य नेता भी पहुंचे। यहां विवाद निपटाने की बातें चल ही रही थीं कि अचानक दोनों पक्षों के बीच बात बिगड़ गई और बीजेपी नेता केजरीवाल के घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार सुबह इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि अगर उपराज्यपाल चाहें तो सीलिंग 24 घंटे में रुक सकती है। हमारी मांग है कि कन्वर्जन चार्ज को ज़ीरो किया जाए। दिल्ली सीएम ने इस मुद्दे पर बीजेपी नेताओं के साथ बैठक बुलाई गई।
सुप्रीम कोर्ट में करेंगे अपील
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने का कहना है कि हम इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। हमने इस मामले पर 25 जनवरी को उपराज्यपाल को भी चिट्ठी लिखी थी। हमने इस मुद्दे पर जो चार बातें सुझाई थी, वो सभी एलजी के अधिकार क्षेत्र में ही आती हैं।
'आप' के खिलाफ शिकायत दर्ज
बीजेपी नेताओं ने आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। बीजेपी नेताओं ने आप कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है। बीजेपी नेताओं इस मुद्दे को लेकर सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं दिल्ली पुलिस बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लेकर गई है।
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
दिल्ली सीएम ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। मीडिया के सामने ही दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल से कई सवाल किए। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तीन साल में 351 सड़कों का कुछ नहीं हुआ है।
आप पर बदतमीजी का आरोप
वहीं बीजेपी नेताओं ने आप कार्यकर्ताओं पर बदतमीजी का आरोप लगाया। बीजेपी नेता इस मुद्दे को लेकर सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन शिकायत दर्ज करवाने पहुंचे। मनोज तिवारी भी उनके साथ रहे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने बीजेपी के नेताओं को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया था। बीजेपी की ओर से सिर्फ 5 सांसद और 2 मेयर बैठक में आए थे। उन्होंने इस मुद्दे पर अकेले में चर्चा करने की अपील की। केजरीवाल ने बताया कि मैंने बीजेपी वाले लोगों को मीडिया के सामने चर्चा करने की अपील की। मैंने बार-बार उनसे अपील की तो वे बैठक छोड़ कर चले गए।
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि करीब 351 सड़कों पर सीलिंग नहीं हो रही है, सर्वे की रिपोर्ट अभी तक एमसीडी ने हमें नहीं सौंपी है। उन्होंने कहा कि एमसीडी ने सत्येंद्र जैन से दो दिन का समय मांगा था, हम इस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि कन्वर्जन चार्ज को 80 हजार से 22 हज़ार कर दिया गया है। लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है। कन्वर्जन चार्ज को बिल्कुल ज़ीरो कर देना चाहिए। दिल्ली में सीलिंग की वजह से छोटे व्यापारी परेशान है। एक साल में पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और अब सीलिंग के मुद्दे ने व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ाई हैं।
तीवारी बोले, 'आप' ने किया अपमान
बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा, 'हम हंगामा नहीं चाहते थे। इसलिए हमने 20 लोगों का नाम दिया था कि हम मिलना चाहते हैं। हमने बोलना शुरू किया तो उनके विधायक उठ कर कहने लगे कि आप यहां भाषण मत दो। अपरिपक्वता अरविंद केजरीवाल ने दिखाई है। उन्हें 150 लोगों को बुलाने की क्या जरूरत थी। 'आप' ने दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष का अपमान किया है।'
जानें, क्या है सीलिंग विवाद?
साल 2006 में शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में दिल्ली में सीलिंग शुरू हुई थी। इसके तहत मास्टर प्लान 2021 के लिए रिहायशी इलाकों में कमर्शल गतिविधियों पर रोक का प्रावधान है। इसमें कन्वर्जन का भी प्रस्ताव था, जिसके तहत ऐसी जगहों के लिए कन्वर्जन फीस जमा करा कर लैंड यूज बदलवाया जा सकता है। इस पर कारोबारियों का विरोध है कि उनकी जमी हुई दुकानें खत्म की जा रही है। वहीं, कन्वर्जन चार्ज ज्यादा होने को लेकर भी आपत्ति जताई जा रही है।