भोपाल: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है, कि अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के मामले में बीजेपी सियासत कर रही है। तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले और अयोध्या में बाबरी मस्जिद के सवाल पर पर्सनल ला बोर्ड की बैठक रविवार (10 सितंबर) को यहां शुरू हुआ है।
बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के महासचिव जफरयाब जिलानी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, कि 'बाबरी मस्जिद मसले पर सत्तारूढ पार्टी सियासत कर रही है। इससे हिंदू और मुस्लिम के बीच तनाव बढ़ाया जा रहा है।'
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विवादित भूमि पर आ सकता है फैसला
बैठक में कोर्ट के फैसले को लेकर भी चर्चा हो रही है। सभी की निगाहें इस बैठक पर लगी हैं। तीन तलाक के अलावा दूसरा बड़ा मुद्दा अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद का विवाद है। बैठक में अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद पर भी बड़ा फैसला लिए जाने की उम्मीद की जा रही है।
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सुप्रीम कोर्ट ने बताया था असंवैधानिक
गौरतलब है कि तीन तलाक की संवैधानिक वैधता पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए इसे असंवैधानिक करार दिया था। पांच जजों की बेंच में 3-2 के बहुमत से इसके खिलाफ फैसला दिया गया था, जिसके बाद तत्काल प्रभाव से तीन तलाक अवैध घोषित हो गया था।
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संसद को दिया छह माह का समय
हालांकि, चीफ जस्टिस जेएस खेहर ने इस पर कानून बनाने के लिए संसद को छह माह का समय दिया था। उन्होंने अपना फैसला देते हुए कहा था, कि फिलहाल इसे असंवैधानिक नहीं माना जा सकता। इस पर फैसला लेने का हक केंद्र सरकार का है। उसे ही इस पर कानून बनाना चाहिए। तत्कालीन चीफ जस्टिस ने छह माह के लिए तीन तलाक पर रोक भी लगा दी थी। जबकि बाकी तीन जजों की राय जुदा होने और तीन तलाक के खिलाफ होने के कारण यह तत्काल रद्द हो गया था।
कई मुस्लिम संगठनों ने खोला था मोर्चा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई मुस्लिम संगठनों ने मोर्चा खोल दिया था। मुस्लिम संगठन जमात उलेमा-ए-हिंद ने सुप्रीम कोर्ट के तीन तलाक को असंवैधानिक बताने वाले फैसले को मानने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि यह फैसला इस्लामी शरीयत के खिलाफ है।