नई दिल्ली: बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने बुधवार को कहा कि देश की आजादी के बाद जब संविधान का निर्माण किया जा रहा था तब कांग्रेस ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को संविधान सभा में भेजा था।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर लगी प्रदर्शनी के उदघाटन के अवसर पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस,श्यामा प्रसाद मुखर्जी की क्षमता को जानती थी इसलिए पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपने मंत्रिमंडल में हिंदू महासभा की ओर से श्यामा प्रसाद मुखर्जी को शामिल किया। नेहरू जी के मंत्रिमंडल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी उधोग मंत्री बने।
पाश्चात्य विचार के आधार पर बनीं नीतियां
-बीजेपी प्रेसिडेंट ने कहा कि श्यामा प्रसाद जानते थे कि पाश्चात्य विचार के आधार पर नीतियां बन रही हैं।
-इससे देश के लोगों का भला नहीं हो सकता।
-उन्होंने इसके लिए अपने विचार रखे ताकि बन रही नीतियों का फायदा देश के आम लोगों को मिल सके।
-लेकिन बन रही नीतियों से श्यामा प्रसाद मुखर्जी दुखी रहा करते थे।
-इसलिए उन्होंने मंत्रिमंडल से अलग होना मुनासिब समझा।
अनसुलझी बातें आज तक नहीं सुलझ पाईं
-अमित शाह ने आजादी को लेकर बिना नाम लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा।
-शाह ने कहा कि कुछ नेताओं को जल्दबाजी थी कि कैसे भी आजादी मिल जाए।
-उन नेताओं की उम्र बीती जा रही थी।
-उन्हें लग रहा था कि यदि अभी जल्दी से कुछ नहीं बनें तो उम्र निकल जाएगी।
-इस जल्दबाजी में कुछ बातें अनसुलझी रह गईं जो अभी तक सुलझ नहीं सकी हैं।