संतों को मरहम लगाने पहुंचे आजम खान, रुद्राक्ष पहनने से किया इंंकार

Update: 2016-07-17 16:11 GMT

वाराणसी : यूपी के नगर विकास मंत्री आजम खान रविवार को वाराणसी के सोनारपुरा स्थित श्रीविद्या मठ पहुंचे। उन्होंने महंत और शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात की। लेकिन इस दौरान उन्होंने रुद्राक्ष की माला पहनने से इनकार कर दिया। बदा दें, कि गुजरात के सीएम के रूप में नरेंद्र मोदी ने सद्भावना व्रत के दौरान मौलवी के हाथ से टोपी पहनने से इंंकार किया था तब काफी हो-हंगामा मचा था।

आजम ने माला पहनने से इनकार कर दिया। हालांकि उन्होंने इसे अपने पास रख लिया और कहा- मुझे फकीर ही रहने दीजिए। पीर मत बनाइए।

देर से ही सही एक साल बाद पिछले साल काशी में दुर्गा प्रतिमा के गंगा में विसर्जन को लेकर निकाली गई अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज किए जाने पर आजम खान ने खेद जताया। बतादें कि इस अन्याय प्रतिकार यात्रा का नेतृत्व स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ही कर रहे थे और पुलिस ने इनकी जमकर पीटाई की थी।

आजम ने अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान संतों पर हुए लाठीचार्ज के मामले पर कहा कि वो लॉ एंड ऑर्डर का मामला था। उसे हम नहीं भूल पाए हैं। घाव तो धीरे-धीरे समय के साथ भर रहा है। जो हुआ वो दुखद था सरकार उस मुद्दे पर विचार कर रही है। गंगा में मूर्ति विसर्जन के सवाल पर कहा कि सरकार इस मामले में विधी विशेषज्ञ से राय लेकर अपना पक्ष कोर्ट में रखेगी।

शीला को बताया दादी

आजम ने कांग्रेस दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दिक्षित के यूपी के सीएम प्रोजेक्ट करने पर तंज कसते हुए कहा कि शीला दीक्षित दिल्ली से लौटकर आई हैं। उन्होंने शीला दीक्षित को कांग्रेस की दादी तक कह डाला और कहा कि कुछ भी कर ले दादी वो कांग्रेस को उबार नहीं पाएंगी। वैसे यूपी में दादी का स्वागत है।

जाकिर पर बोले...

आजम ने विवादित धर्म गुरु जाकिर नाईक के सवाल पर कहा कि ऐसे लोगों को अच्छी बात बोलनी चाहिए और अच्छा सोचना भी चाहिए।

आजम ने कहा योग को धर्म से न जोड़ें

आजम ने कहा कि गंगा हिंदुओं के लिए मां है तो हमारे लिए वो मोक्षदायनी है और जहां तक सवाल योग का है तो योग किसी धर्म का नहीं है इसे किसी भी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए।

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