हमारे यहां आतंकी खुलेआम घूमते हैं, रमजान में पानी पीने पर जेल: बेनजीर भुट्टो की बेटी
पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर भुट्टो जरदारी ने एहतराम-ए-रमजान (संशोधन) बिल को हास्यास्पद बताते हुए कड़ी निंदा की है। बख्तावर ने इस विधेयक के विरोध में माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि लोग इस शर्मनाक कानून के कारण लू और डीहाइड्रेशन से मरेंगे। यह इस्लाम नहीं है। 'हम खुद अपने लालच पर नियंत्रण रखकर फास्ट कर सकते हैं।
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इस्लामाबाद: पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर भुट्टो जरदारी ने एहतराम-ए-रमजान (संशोधन) बिल को हास्यास्पद बताते हुए कड़ी निंदा की है। बख्तावर ने इस विधेयक के विरोध में माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि लोग इस शर्मनाक कानून के कारण लू और डीहाइड्रेशन से मरेंगे। यह इस्लाम नहीं है। हम खुद अपने लालच पर नियंत्रण रखकर फास्ट कर सकते हैं।
हम रमजान के दौरान अपनी जरूरतों को रोके रखने के काबिल हैं। हर किसी के लिए ये मुमकिन नहीं। स्कूली बच्चे, बुजुर्ग और ऐसे लोग जो बीमारियों से जूझ रहे हैं, क्या हमें उन्हें भी पानी पीने के लिए अरेस्ट करना चाहिए। रोजा रखना इस्लाम के 5 पिलर्स में से एक है। ये एक जरूरी काम है, पर अपने आस-पास हर किसी को जेल में डालना कहां का कानून है? इस्लाम में तो ये नहीं है।
आतंकवादी होने या फिर मलाला जैसी स्कूली बच्ची को मारने की कोशिश करने पर भी आप टीवी पर मुस्कुराते हुए दिख सकते हैं, लेकिन रमजान में पानी पीने पर आपको 3 महीने जेल में डाल दिया जाता है। ये हमारे देश का ढोंग है। यहां आतंकवादी तो खुलेआम घूम सकते हैं, लेकिन रमजान के दौरान पानी पीने वालों को जेल में डाल दिया जाता है।
दरअसल सीनेट की धार्मिक मामलों पर गठित स्टैंडिंग कमिटी ने एहतराम-ए-रमजान (संशोधन) बिल, 2017 को मंजूरी दी है। इसके तहत कानून का उल्लंघन करने वाले होटल मालिकों पर 500 से लेकर 25,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
चैनल्स और थिएटर्स को कानून तोड़ने पर 5 लाख पाकिस्तानी रुपए का जुर्माना लगेगा। साल 1981 में जिया-उल-हक की सरकार के दौरान पाकिस्तान में एहतेराम-ए-रमजान कानून लाया गया था। इसमें रमजान के दौरान खुलेआम खाने या फिर स्मोक करने पर 500 पाकिस्तानी रुपए का जुर्माना लगाया जाता था।
बता दें, कि बख्तावर भुट्टो बेनजीर की सबसे बड़ी बेटी हैं और उनके भाई बिलावल भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन हैं। बेनजीर की 27 दिसंबर 2007 को एक सभा के दौरान हत्या कर दी गई थी।
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