बिहार में बवाल: उग्र RJD समर्थक सड़कों पर उतरे, DM और महिला SP पर हमला
बिहार में महागठबंधन टूटने और नीतीश कुमार के भाजपा से हाथ मिलाने के बाद राज्य में राजद समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा।
पटना/छपरा: बिहार में महागठबंधन टूटने और नीतीश कुमार के बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद राज्य में राजद समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा। राजद समर्थक सडक़ों पर उतर आए। उत्तर बिहार की लाइफ लाइन पटना-हाजीपुर गांधी सेतु पर राजद कार्यकर्ताओं ने सुबह ही जबर्दस्त जाम लगा दिया।
लालू समर्थक नीतीश विरोधी नारे लगा रहे थे। गांधी सेतु पर दिन भर जाम लगा होने से लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ीं। उधर लालू का गढ़ माने जाने वाले छपरा में राजद समर्थकों ने जाम खुलवाने के लिए पहुंचे डीएम और महिला एसपी पर हमला कर दिया।
कलेक्टर पर लाठी से हमला किया गया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से महिला एसपी और कलेक्टर को बचाया। इलाके में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दी गयी है। पुलिस देर शाम तक जाम खुलवाने की कोशिश में जुटी थी।
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डीएम के पहुंचते ही शुरू हो गया पथराव
राजद समर्थक आरजेडी-जदयू और कांग्रेस का महागठबंधन टूटने से काफी नाराज है। गुरुवार सुबह उन्होंने छपरा जिले के पहलेजा के पास जेपी सेतु तक जाने वाली सडक़ को जाम कर दिया। काफी संख्या में सडक़ पर उतरे लालू समर्थक लाठियों से लैस थे।
जाम की सूचना मिलने पर छपरा के डीएम हरिहर प्रसाद और एसपी अनुसुइया रणसिंह फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। डीएम के मौके पर पहुंचते ही उग्र लालू समर्थकों ने उनकी गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया। उनके साथ पर्याप्त पुलिस बल भी नहीं था।
लोगों को समझाने के लिए वे गाड़ी से उतरकर लालू समर्थकों के पास भी गए मगर उग्र समर्थक कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने डीएम पर लाठियों से हमला कर दिया। उन्हें लाठियों से पीटा गया। पुलिस ने किसी तरह उन्हें बचाया। जान बचाने के लिए वे अपनी गाड़ी में सवार होकर मौके से निकल गए।
मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात
डीएम और एसपी पर हुए हमले के बाद मौके पर कई थानों की पुलिस को तैनात किया गया। इलाके में काफी तनाव होने के कारण पुलिस के हाथ-पांव फूलने लगे।
छपरा को लालू का गढ़ माना जाता है। वे 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में यहां से चुनाव लड़े थे और बड़ी जीत हासिल की थी। 2014 के चुनाव में लालू के बदले राबड़ी देवी यहां से चुनाव मैदान में उतरीं मगर उन्हें बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी छपरा में लालू की पैठ कम नहीं हुई। छपरा के 10 विधायकों में से 6 राजद के हैं। जेडीयू-कांग्रेस का एक-एक विधायक है। इस जिले में यादवों की तादाद ज्यादा है। यही कारण है कि यहां पुलिस को उग्र विरोध का सामना करना पड़ा।
गांधी सेतु पर जाम से कराह उठे लोग
उधर पटना-हाजीपुर गांधी सेतु पर राजद कार्यकर्ताओं ने सुबह से जाम लगा दिया। समर्थक नीतीश के खिलाफ नारे लगा रहे थे। लालू समर्थकों ने गांधी सेतु के पाया नंबर एक के पास जाम लगाया। लालू समर्थक नीतीश कुमार के भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के खिलाफ सुबह चार बजे ही सेतु पर पहुंच गए थे।
राजद समर्थकों के इस भयंकर जाम से पटना से उत्तर बिहार का संपर्क टूट गया। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वैसे-वैसे गांधी सेतु पर राजद समर्थकों का जमावड़ा बढ़ता गया। बिहार की लाइफ लाइन पर मचे इस त्राहिमाम से लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ी। दोनों तरफ गाडिय़ों की लंबी लाइन लग गयी।
भीषण जाम में फंसे दिन भर कराहते ही रह गए। जाम खत्म कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। जरूरी काम से घर से निकले लोगों को काफी दिक्कत उठानी पड़ी मगर पुलिस के लापरवाह रवैये के कारण उनकी दिक्कतों का अंत नहीं हुआ।
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