इलाहाबाद. प्रयाग के माघ मेले में चल रहे वीएचपी के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के बाद हुए संत सम्मेलन में बीजेपी के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने इशारों में कहा कि उज्जैन महाकुंभ में राम मंदिर निर्माण की तारीख का एलान किया जाएगा।
सम्मेलन में राम विलास वेदांती ने कहा, ''अशोक सिंघल का ये सपना था कि वो जीते जी भव्य राम मंदिर देखें, लेकिन वो पूरा नहीं हो सका। लेकिन अब वो समय आ गया है कि जल्द भव्य राम मंदिर का निर्माण हो।'' राम मंदिर निर्माण की तारीख को लेकर उन्होंने कहा, ''हरिद्वार में अर्धकुंभ और उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ होने की वजह से सभी संत नहीं आ सके हैं। उज्जैन महाकुंभ में संतों की मीटिंग में इसका फैसला होगा।''
फिर किया मोदी पर हमला
-राम विलास वेदांती ने शुक्रवार को भी दोहराया कि मोदी रामलला के साथ सेल्फी क्यों नहीं लेते।
-देश के लाखों संत और लोग चाहते हैं कि मोदी अयोध्या आएं और जैसे संतों ने अपने कर्त्तव्य का पालन किया वैसे ही मोदी भी करें ।
संपर्क में बीजेपी नेता
सम्मलेन में आए दूसरे संतों ने मंदिर निर्माण मामले में खुलकर कहा कि उज्जैन में संतों की एक बड़ी मीटिंग वहां मंदिर निर्माण की तारीख तय होगी। मौनी महाराज ने तो यहां तक कह दिया की इस मामले में बड़ी संख्या में बीजेपी के नेता भी संपर्क में हैं।
चुनाव से पहले गर्माया मंदिर मुद्दा
विश्व हिंदू परिषद का संत सम्मलेन तो खत्म हो गया, लेकिन राम को लेकर एक बार फिर से सियासत का बाजार गर्म हो गया है। वो भी ऐसे समय में जब 2017 में उत्तर प्रदेश में विधानसभ के चुनाव होने वाले हैं।
ये रहे मौजूद
कांची सुमेरू पीठ के स्वामी वशुदेवानंद सरस्वती ने बैठकी की अध्यक्षता की। इसके अलावा वीएचपी के महासचिव संपत राय, राम जन्मभूमि न्यास समिति के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और स्वामी स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती भी मौजूद रहे।