मेरठ : डीजीपी जावीद अहमद मंगलवार को मेरठ में थे। डीजीपी ने जेलों से संचालित होने वाले अपराधों पर जल्द अंकुश लगाने की बात कही। उन्होंने पुलिस पर हो रहे हमलों का माकूल जवाब देने की भी बात कही।
जावीद अहमद ने क्राइम पर कंट्रोल करने और बेहतर पुलिसिंग के लिए बड़े स्तर पर पुलिस कर्मियों की भर्ती की बात भी कही। डीजीपी ने ये बातें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कही।
पश्चिमी यूपी में रहता है अफवाहों का दौर
डीजीपी ने कहा कि पश्चिमी यूपी में हमेशा अफवाहों का दौर रहा है। यह सांप्रदायिकता का हिस्सा है। इससे निपटने के लिए पुलिस को एलर्ट रहना होगा। ऐसे माहौल में लोगों से बात कर उन्हें समझाना होगा।
पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत करने से मिलेगी खुशी
मेरठ जोन के पुलिसकर्मियों का संबोधन एवं सम्मान समारोह के दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने जनवरी के दूसरे सप्ताह में एक सर्कुलर निकाला था कि अच्छे कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाए। कहा कि पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत करने में उन्हें गर्व हो रहा है। सम्मान समारोह में करीब पचास पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को पुरस्कृत किया गया।
आलोचना से बचें
उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को बार-बार आलोचना का शिकार होना पड़ता है। जबकि वह रात-दिन मेहनत करता है। हमें ऐसा काम करना होगा जिससे आलोचना का शिकार ना होना पड़े।
जनता को पुलिस से बहुत उम्मीद
डीजीपी ने कहा, जनता को पुलिसकर्मियों से बहुत उम्मीद होती है। लोगों को इंतजार रहता है वह अच्छा काम करे। ऐेसे लोगों पर कार्यवाही की जाए जो माहौल को खराब करने की कोशिश करता है। पुलिसकर्मियों को महिलाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होना होगा। थाने में यदि कोई आए तो उसके साथ मानवता पूर्ण व्यवहार करना चाहिए।
'जिस्म यहां दिमाग कहीं और'
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने कहा, 'पुलिस वालों की कहानी हो गई है कि जिस्म यहां तो दिमाग कहीं और रहता है। अगर आप काम नहीं करेंगे तो जनता क्या सोचेगी।' उन्होंने कहा कि दस प्रतिशत कर्मचारी ऐसा काम कर रहे हैं जो 90 प्रतिशत की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं।
इस दौरान डीजीपी ने शहर में बढ़ रहे अतिक्रमण पर लगाम कसने के लिए नगर निगम और व्यापार मंडल का सहयोग लेकर इसे दूर करने के निर्देश दिए।
जेलों में लगाए जा रहे कैमरे
इसके बाद प्रेस वार्ता में डीजीपी ने कहा कि पुलिस बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। कुछ घटनाएं ऐसी हुई हैं जिसमें पुलिस पर बदमाश हावी हुए हैं लेकिन अब उन्हें उचित जवाब दिया जाएगा। जेलों के अंदर बदमाशों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए जा रहे हैं।
15 हजार पुलिस कर्मियों को मिल रही ट्रेनिंग
डीजीपी ने बताया कि 15 हजार पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। जनवरी तक ये फील्ड में उतार दिए जाएंगे। जिसके बाद पुलिस कर्मियों की कमी को कुछ हद तक दूर किया जाएगा। इसके अलावा तीन हजार सब इंस्पेक्टर पुलिस को मिलेेंगे।
संगीत सोम ने की मुलाकात
बीजेपी विधायक संगीत सोम ने भी डीजीपी से मुलाकात की। उन्होंने शहर में बढ़ते अपराधों को लेकर डीजीपी से चर्चा की। इसके अलावा सरधना प्रकरण को भी उनके सामने रखा। सपा नेताओं ने भी डीजीपी से मुलाकात की।