मेरठ: प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा, कि 'शिक्षा क्षेत्र में अगले सत्र में बड़े परिवर्तन देखने को मिलेंगे।' उन्होंने कहा, 'राज्य में कानून-व्यवस्था की हालत पहले से बेहतर हो रही है। दीवाली से पहले बोर्ड परीक्षा की तिथि की घोषणा कर दी जाएगी।' डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने ये बातें शुक्रवार (13 अक्टूबर) को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में एक संवाद संगोष्ठी के दौरान कही।
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पढ़ें और क्या कहा दिनेश शर्मा ने:
-इंटर और हाईस्कूल की परीक्षा 70 प्रतिशत एनसीआरटी बोर्ड पैटर्न पर होगी। शेष 30 प्रतिशत यूपी शिक्षा विभाग का अपना पैटर्न होगा।
-परीक्षा केंद्र कम होंगे और वो सीसीटीवी कैमरे से लैस होंगे।
-सरकार का नकल विहीन परीक्षा कराने का लक्ष्य है।
-शिक्षकों के आॅनलाइन ट्रांसफर होंगे।
-स्कूलों में अब खेलकूद अनिवार्य होंगे।
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इन मुद्दों पर भी डिप्टी सीएम बोले:
-रोहिंग्या हमारे देश के नागरिक नहीं हैं, हम अपने देश के नागरिकों की चिंता कर रहे हैं।
-प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर सख्ती बरती जा रही है।
-अपराधी प्रदेश छोड़कर भाग रहे हैं। पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है।
-बीजेपी ने जो वादे किए थे सरकार उन्हें पूरा कर रही है।
-गन्ना किसानों को भुगतान किया गया है। बिजली, पानी, खाद्य आदि दिया जा रहा है।
-रोजगार के लिए प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।
-बुंदेलखंड का विकास किया जा रहा है। प्रदेश में नई सड़कें बनाई जा रही हैं।
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तनावमुक्त शिक्षा हमारा लक्ष्य:
-डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा, कि अब परीक्षा एक माह में संपन्न होगी।
-परीक्षा केंद्र वहीं बनाए जाऐंगे जहां सीसीटीवी कैमरे होंगे।
-उन्होंने कहा, कि प्रबंधक तंत्र 200 मीटर दूर रहेगा। प्रशासन इसकी मॉनिटरिंग करेगा।
-यदि कोई विद्यालय नकल में शामिल पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
-सरकार का मकसद तनाव मुक्त शिक्षा, तनाव मुक्त विद्यार्थी और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देना है।
-शिक्षा क्षेत्र मेंं 'कौशल विकास' पर एक सेमिस्टर होगा।
-शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड का गठन किया जा रहा है।
-तब तक रिटायर्ड शिक्षकों से काम लिया जाएगा।
-शिक्षकों की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा।