गुजरात विधानसभा चुनाव : 9 और 14 DEC. को वोटिंग, 18 को आएंगे नतीजे
निर्वाचन आयोग ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 के तारीखों का ऐलान किया। गुजरात में विधानसभा की 182 सीट हैं।
नई दिल्ली : निर्वाचन आयोग ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 की तारीखों का ऐलान कर दिया। गुजरात में विधानसभा की 182 सीटें हैं। इस बार यहां चुनाव दो चरण में होगा। पहले चरण की वोटिंग 9 दिसंबर 2017 को और दूसरे चरण की वोटिंग 14 दिसंबर 2017 को होगी। 18 दिसंबर 2017 को गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। मौजूदा विधानसभा का टर्म 22 जनवरी 2018 को खत्म हो रहा है। बता दें कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश, दोनों जगह वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी।
यह भी पढ़ें ... हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव : 9 नवंबर को वोटिंग, VVPAT का इस्तेमाल
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 शेड्यूल
-कुल विधानसभा सीट : 182
-कुल लोकसभा सीट : 26
-गुजरात में कुल जिले : 33
-पहले चरण की वोटिंग : 9 दिसंबर 2017
-दूसरे चरण की वोटिंग : 14 दिसंबर 2017
-चुनाव परिणाम : 18 दिसंबर 2017
पहले चरण का शेड्यूल
-सीटें : 89
-पहले चरण में कितने जिलों में वोटिंग : 19
-नोटिफिकेशन : 14 नवंबर 2017
-नॉमिनेशन की आखिरी तारीख : 21 नवंबर 2017
-नॉमिनेशन की स्क्रूटनी : 22 नवंबर 2017
-नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख : 24 नवंबर 2017
-वोटिंग : 9 दिसंबर 2017
-चुनाव परिणाम : 18 दिसंबर 2017
दूसरे चरण का शेड्यूल
-सीटें : 93
-दूसरे चरण में कितने जिलों में वोटिंग : 14
-नोटिफिकेशन : 20 नवंबर 2017
-नॉमिनेशन की आखिरी तारीख : 27 नवंबर 2017
-नॉमिनेशन की स्क्रूटनी : 28 नवंबर 2017
-नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख : 30 नवंबर 2017
-वोटिंग : 14 दिसंबर 2017
-चुनाव परिणाम : 18 दिसंबर 2017
यह भी पढ़ें ... गुजरात चुनाव : पिछले चुनाव परिणाम देख, पसीना बहाने को मजबूर नमो एंड कंपनी
मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति ने क्या कहा ?
-गुजरात में इस बार वोटिंग के लिए कुल 50 हजार 128 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।
-गुजरात में इस बार 4 करोड़ 33 लाख वोटर हैं।
-गुजरात चुनाव में वोटर वैरिफेबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) का इस्तेमाल होगा।
-वीवीपैट के जरिए वोटिंग की पर्ची भी निकलती है।
-हर सीट के लिए एक पोलिंग बूथ की वीवीपैट की पर्ची भी निकलती है।
-गुजरात चुनाव में अभी से आचार संहिता लागू हो गई है।
-केंद्र सरकार पर भी आचार संहिता लागू होगी।
-चुनाव की हर गतिविधियों की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी।
पेड न्यूज पर लगाम
-पेड न्यूज को रोकने के लिए 3 टियर मैकेनिज्म तैयार किया गया है।
-इसके बारे में सभी संबंधित पार्टियों और एडमिनिस्ट्रेशन को गाइड लाइन्स जारी कर दी गई हैं।
-कैंडिडेट ऐफिडिवेट में कोई भी फॉर्म ब्लैंक नहीं छोड़ेगा।
-अगर ऐसा होता है तो एक बार उम्मीदवार को आयोग से नोटिस मिलेगा।
-उसकी उम्मीदवारी भी रद की जा सकती है।
यह भी पढ़ें ... गुजरात: ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने थामा कांग्रेस का हाथ, हार्दिक पटेल ने दी बधाई
हर गतिविधि पर पैनी नजर
-कोई भी उम्मीदवार 28 लाख रुपए से ज्यादा खर्च नहीं कर सकता।
-चुनाव में खर्च पर नजर रखने के लिए उड़ाका दल बनाए गए हैं।
-ये उड़ाका दल जीपीएस सिस्टम से युक्त रहेंगे।
-इनकम टैक्स डिपार्टमेंट खर्च पर निगरानी रखेगा।
-102 पोलिंग बूथ पर महिला स्टाफ की तैनाती की जाएगी।
-मोबाइल एप के जरिए जनता शिकायत कर सकती है।
-वोटरों के लिए हेल्पलाइन सेंटर खोले जाएंगे।
-चुनावी विज्ञापनों पर नजर रखी जाएगी।
-सभी बड़ी चुनावी रैलियों की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी।
-इसके अलावा बाहर से शराब लाने पर भी नजर रखी जाएगी।
-सुविधा एप से रैली के लिए ऑनलाइन मंजूरी ली जा सकती है।
-कुछ संवेदनशील बूथ पर वेब कास्टिंग के जरिए लाइव नजर रखी जाएगी।
-नॉमिनेशन फाइलिंग से नतीजे आने तक हर इवेंट की वीडियोग्राफी की जाएगी।
-इसका अरेंजमेंट कर लिया गया है।
-रिटर्निंग अफसर पर इसकी जिम्मेदारी होगी।
-सीसीटीवी कैमरे भी इन्सटॉल किए जाएंगे।
गुजरात चुनाव की घोषणा पर देरी का कारण ?
हिमाचल विधानसभा चुनाव के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा नहीं करने पर आलोचना झेल रहे निर्वाचन आयोग ने कहा कि इसकी देरी का उद्देश्य गुजरात में आए प्रलयंकारी बाढ़ के बाद राहत और पुनर्निर्माण कार्य को बाधित नहीं करना था। मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव तिथियों की घोषणा करते हुए कहा चुनाव की घोषणा में देरी पर चुनाव पैनल की स्वतंत्रता व निष्पक्षता पर सवाल नहीं उठाने चाहिए। यह देरी उत्तर गुजरात में बाढ़ की स्थिति की वजह से हुई। आयोग हमेशा मौजूदा स्थितियों पर फैसला लेता है जोकि स्थिर नहीं है, गतिशील है। आयोग पर लगाया गया यह आरोप कि आयोग ने अपनी निष्पक्षता खो दी है, यह स्वीकार्य नहीं है।
गुजरात विधानसभा चुनाव 2012
बीजेपी : 115
कांग्रेस : 61
जीपीपी : 02
एनसीपी : 02
जेडीयू : 01
इंडिपेंडेंट : 01
यह भी पढ़ें ... गुजरात: BJP को डबल झटका, नरेंद्र-सवानी ने फोड़ा ‘कैस बम’, छोड़ी पार्टी
गुजरात में बीजेपी का जलवा
-4 मार्च 1998 में केशुभाई पटेल गुजरात के सीएम बने।
-वह 6 अक्टूबर 2001 तक सीएम रहे।
-2001 में केशुभाई पटेल के हटने के बाद नरेंद्र मोदी को गुजरात का सीएम बनाया गया।
-उनकी अगुआई में बीजेपी ने 2002, 2007 और 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता।
-नरेंद्र मोदी 2014 में पीएम बने।
-नरेंद्र मोदी 22 मई 2014 तक गुजरात के सीएम रहे।
-वहीं आनंदीबेन पटेल 22 मई 2014 से 7 अगस्त 2016 तक और विजय रूपाणी 7 अगस्त 2016 से अब तक गुजरात के सीएम हैं।
-गुजरात के मौजूदा गवर्नर ओम प्रकाश कोहली हैं।