बलूचिस्तान मसले में EU लगा सकता है पाक पर प्रतिबंध, बुगती पर पाक ने दिखाई आंखें
जेनेवा/इस्लामाबादः बलूचिस्तान में अत्याचार को लेकर पाकिस्तान नई मुश्किल में है। यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने इस मसले में पाक पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है। उधर, उरी हमले को लेकर दुनियाभर में घिरा पाक उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर भारत को धमकी दे रहा है। उसने बलूच नेता बरहमदाग बुगती को शरण देने की सोच रहे भारत को आतंकवाद से जोड़ने की कोशिश की है।
ईयू ने क्या दी चेतावनी?
यूरोपीय संसद के उपाध्यक्ष रिसजार्ड जारनेकी ने कहा है कि अगर बलूचिस्तान में पाकिस्तान ने मानवाधिकार उल्लंघन नहीं रोके, तो ईयू उस पर आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध लगा सकता है। जारनेकी ने एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ये वक्त बोलने का नहीं करने का है। पाक पर प्रतिबंध लगाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अगर बलूचिस्तान पर पाक का रवैया न बदला, तो हमें भी पाकिस्तान के प्रति रवैया बदलना होगा।
पाक पर दोहरा रवैये का आरोप
ईयू संसद के उपाध्यक्ष ने पाकिस्तान पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के दो चेहरे हैं। एक वह हमें दिखाता है और बलूचिस्तान के लिए उसका क्रूर चेहरा है। जारनेकी ने ईयू के सभी 28 सदस्य देशों से पाकिस्तान की इस नीति के खिलाफ बोलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान के लोगों को हमारी एकजुटता दिखनी चाहिए।
बुगती पर क्या बोला पाक?
इस बीच, इस्लामाबाद में पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बरहमदाग बुगती को लेकर भारत को उल्टे आंख दिखाई। ख्वाजा ने कहा कि भारत अगर बलूच नेता को शरण देता है तो ये किसी आतंकी को आसरा देने जैसा होगा। बता दें कि बरहमदाग ने भारत से शरण मांगी है। वह फिलहाल स्विटजरलैंड में रहते हैं। बरहमदाग बुगती बलोच रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष हैं। वह बलूच राष्ट्रवादी नेता नवाब अकबर बुगती के पौत्र हैं, जिनकी 2006 में पाकिस्तानी सेना ने हत्या कर दी थी। इस मामले में पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर मुकदमा भी चला।