केरल में बाढ़: रेड अलर्ट खत्म, 370 की मौत व बर्बादी के बाद आज राहत की उम्मीद
नई दिल्ली: केरल में 10 दिन से भारी बारिश और बाढ़ के चलते हालात बेहद बदतर हो गए हैं। लैंडस्लाइड और बाढ़ से अब तक 370 लोगों की जान जा चुकी है। करीब तीन लाख लोग बेघर बताए जा रहे हैं। यही नहीं, 6,80,247 लोग बाढ़ के कारण शिविरों में रहने पर मजबूर हैं। हालांकि, बाढ़ से बर्बादी के बाद आज राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसकी वजह से रेड अलर्ट खत्म हो गया है।
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वहीं, अब तक की सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बाढ़ का सामना कर रहे केरल में कई गैर सरकारी संगठन पैक भोजन और अन्य राहत चीजों को राज्य के सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में आपूर्ति को सुनिश्चित करने में अपना समर्थन देने के लिए आगे आए हैं।
राइज अगेंस्ट हंगर इंडिया (राही) अर्शभारत, होप फाउंडेशन और टाइम्स फाउंडेशन समेत कई अन्य एनजीओ अस्थायी राहत शिविरों में रह रहे परिवारों की मदद के लिए आगे आए हैं। राही एक अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ है।
राही केवल खाना ही नहीं बल्कि राहत शिविरों में लोगों के प्रयोग में आने वाले स्वच्छता किट, प्रसाधन, साबुन, पानी के डिब्बे, बर्तन, चादरें, कंबल, कपड़ें, वॉटर प्यूरीफायर जैसे जरूरी और महत्वपूर्ण सामान पहुंचा रही है।
राही के कार्यकारी निदेशक डोला मोहपात्रा ने कहा, "हम रविवार को वायनाड के लिए हमारे पहले खाने के डिब्बे भेज रहे हैं। अगले सप्ताह कन्नूर के मुंडालुर में अन्य सामग्री भेजी जाएगी। हमारी मंशा प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता मुहैया कराने की है और जैसे ही बारिश धीमी होगी उन्हें जल्द से जल्द सामान्य जीवन में लौटने में उनकी मदद की जाएगी।"
सेव द चिल्ड्रन की सीईओ बिदिशा पिल्लै ने कहा, "हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द से हालात सामान्य हो और बच्चे स्कूल लौटें।" सेव द चिल्ड्रन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में बच्चों के लिए ऐसा स्थान बनाने में जुटी है जिससे बच्चे मनोरंजन के साथ ही कुछ सीख भी सकें और आपदा से निपटने में मानसिक रूप से मजबूत भी हो सकें।
मोदी ने दी 500 करोड़ रुपये की सहायता राशि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित केरल के लिए 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। केरल में भारी बारिश और बाढ़ के चलते मची तबाही में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है, लाखों बेघर हो गए हैं और करोड़ों रुपये की संपत्ति बुरी तरह नष्ट हो गई है।
प्रधानमंत्री शुक्रवार रात को दिल्ली से केरल पहुंचे। उन्होंने शनिवार को बाढ़ के कारण होने हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया। हालांकि, खराब मौसम की वजह से वह सिर्फ कुछ प्रभावित क्षेत्रों का ही सर्वेक्षण कर पाएं।
इससे पहले खराब मौसम के कारण मोदी के हवाई सर्वेक्षण को रोक देना पड़ा था। हवाई सर्वेक्षण रद्द होने के बाद मोदी ने राज्यपाल पी। सतशिवम, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और राज्य में व्यापक विनाश की एक वीडियो क्लिप देखी।