लखनऊ : नौकरशाही किसी चीज में किस तरह पलीता लगा सकती है इसे जानना समझना हो तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर महोत्सव पर नजर डालनी होगी। इस महोत्सव का थीम सॉंग ‘नाथ योगी’ इन दिनों इंटरनेट पर खूब पसंद किया जा रहा है।
गोरखपुर की नौकरशाही ने मुख्यमंत्री और उनकी टीम को यह बता रखा है कि ये थीम सॉंग गाजीपुर के विमल बावरा ने लिखा है। लेकिन हकीकत ये है कि ये थीम सॉंग कॉपीराइट का उल्लंघन करके चोरी किया गया है। इस थीम सॉंग को ईशा फाउंडेशन की ओर से महाशिव रात्रि पर आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में पार्श्व गायक कैलाश खेर ने गाया था। उस समय गीत के बोल ‘आदि योगी’ पर केन्द्रित रहे पर गोरखपुर महोत्सव में इसे ‘नाथ योगी’ के शब्द में ढाल दिया गया। लेकिन धुन वगैरह सब कुछ जों कि त्यों है।
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महोत्सव के थीम सॉंग की धुन और गीत चोरी करना पड रहा है? 11 से 13 जनवरी तक चलने वाले गोरखपुर महोत्सव को मुख्यमंत्री आदित्य नाथ का शहर होने के नाते भव्य बनाने में प्रशासन ने एडी चोटी का जोर लगा दिया है। आयोजन के लिए शासन ने 33 लाख रुपये भी भेजे हैं।
ये जो कारनामा अंजाम दिया गया है, इसमें डीएम राजीव रौतेला का हाथ बताया जाता है।
अब सुनिए नौकरशाही का कारनामा। ये भी साभार है Riya Music Studio से
सैफई महोत्सव की तर्ज पर गोरखपुर महोत्सव में बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकारों के साथ फोक गायकी के दिग्गज भी महोत्सव के मंच पर समां बंधते नजर आएंगे। इसके साथ स्थानीय कलाकारों को सैफई महोत्सव की तर्ज पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौक़ा मिलेगा। गोरखपुर महोत्सव के लिए ‘नाथ योगी’ गीत लिखने वाले विमल बावरा और उसे अपने पिता के साथ स्वर देने वाले प्रणव सिंह चर्चा में आ गए हैं। लेकिन आदि योगी गीत से चोरी की गयी धुन कॉपीराइट के उल्लंघन में उनकी मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।