ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में देश के दिग्गज उदयोगपतियों ने कहीं ये बड़ी बातें?
लखनऊ: देश के दिग्गज उदयोगपति राजधानी में मौजूद हैं। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शिरकत कर रहे हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी भी कार्यक्रम में पहुंच चुके हैं। कार्यक्रम में शामिल हो रहे बड़े औदयोगिक घरानो में बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, अडाणी ग्रुप के गौतम अडाणी, एस्सेल समूह के चेयरमैन सुभाष चन्द्रा समेत कई उद्योगपतियों ने समारोह को संबोधित किया।
बिड़ला ग्रुप ने 24 हजार करोड़ का निवेश किया था, 7 हजार करोड़ का निवेश सीमेंट में
बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि यूपी से हमारा बहुत पुराना नाता है। प्रदेश में हमारे ग्रुप ने 24000 करोड़ का निवेश किया है। इसमें केमिकल, सीमेंट समेत अन्य उद्योग शामिल हैं। आज 7000 करोड़ का और निवेश सीमेंट उद्योग में कर रहे हैं। आदित्य बिड़ला ग्रुप को यूपी में नंबर एक निवेशक माना गया है। हम यूपी में लगातार निवेश करते रहेंगे, ऐसी मेरी आशा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हमेशा से हम लोगों के सहयोगी रहे हैं। यूपी में निबेश कई अपार संभावनाएं हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने समावेशी विकास की नई परिभाषा लिखी है।
योगी सरकार ने 5 महीने में 60 हजार करोड़ का निवेश धरातल पर उतारा: गौतम अडानी
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी इन्वेस्टर समिट में हुए एमओयू अब धरातल पर उतारने लगे हैं। योगी सरकार ने 60,000 करोड़ से ज्यादा के निवेश को धरातल पर मात्र 5 महीने में उतारा है। यूपी ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी वाला पहला स्टेट बन सकता है। यहां ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में निवेश की अपार संभावनाएं दिख रही हैं। यूपी में निवेश ट्रैक पर है। इन्वेस्टर समिट के 36500 करोड़ के एमओयू को धरातल पर उतार रहे हैं। हम विकास की इस यात्रा में यूपी के साथ हैं।
10 लाख रोजगार सृजन का लक्ष्य
एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने कहा कि हमने बहुत पहले वादा किया था कि ऐसे कामों को आगे बढाएंगे, जिससे देश का हित हो। हमने 9 लाख रोजगार सृजन का ध्येय बनाया है। इसे 10 लाख तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। इन्वेस्टर्स समिट में 22500 करोड़ के निवेश की बात की थी, उसमे भी 1 लाख 30 हज़ार रोजगार सृजन का लक्ष्य है।
ई—रिक्शा की बैट्री बदलेगी, चार्जिंग में नहीं लगेगा समय
देश भर में लगभग 6 लाख ई—रिक्शा आ चुके हैं। फिर भी रिक्शा चलाने वाला मजदूर 10 घंटे बैट्री को चार्ज करने में लगते हैं। चालक सिर्फ 300 से 400 रूपया कमा पाता है। यदि इसकी बैट्री को रिप्लेस कर दें तो चार्जिंग भी कम समय में हो सकेगी। इसलिए इसकी इसकी बैटरी को लिथियम बैटरी से रिप्लेस करने का निर्णय लिया गया है। इससे ई—रिक्शा चालाकों की आय बढ़ेगी।
50 हजार आटो व ई रिक्शा, पांच साल बाद चालकों की हो जाएगी मिल्किीयत
इस तरह हम 25000 ई—रिक्शा और 25000 आटो रिक्शा देकर लगभग 50 हजार लोगों को रोजगार दे सकेंगे। आटो रिक्शा में भी एक समस्या सामने आई। इसकी कीमत डेढ गुना हो जाती थी। पर हम अब थ्री व्हीलर आटो रिक्शा मैनूफैक्चर की कीमत 40 हजार के अंतर पर लेकर आ चुके हैं। सरकार परमिट सिर्फ रिक्शा चालक को देंगे। पांच साल बाद ई रिक्शा और आटो रिक्शा चलाने वाले को ही दे देंगे।
यूपी में फूड प्रोसेसिंग में काम कर रहे हैं : संजीव पुरी
संजीव पुरी, चेयरमैन आईटीसी लिमिटेड का कहना है कि भारत तेजी से बढती हुई इकानमी है। टूरिज्म सेक्टर में हमारे होटल यहां हैं। हमारी आर्ट फैक्ट्री, सहारनपुर और 19 अन्य एफएमसीजी फैक्टरियां यहां हैं। हम यहां एग्री बिजनेस और फ़ूड प्रोसेसिंग को आगे बढ़ा रहे। हमारा '12 महीने हरियाली' और आशीर्वाद आटा प्रोजेक्ट यूपी में बहुत अच्छा चल रहा है। आलू प्रसंस्करण में भी हमे यहां बहुत अच्छा अनुभव मिला है। किसानों को आलू से लेकर चिप्स इंडस्ट्री से जोड़ा है, उनकी आय भी बढ़ाई है। इसके अलावा पैकेज्ड जूस के क्षेत्र में भी हम केवल भारत के किसानों द्वारा उत्पादित फलों का प्रयोग ही कर रहे हैं। हम यूपी में फ़ूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में ही आगे काम करेंगे।
लूल ग्रुप लखनऊ, वाराणसाी और नोएडा में बनाएगा शापिंग माल
यूसफ़ अली, चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर लूलू ग्रुप ने कहा कि यहाँ निवेश में बाधा बन रहे नियमो को सरल बनाया गया है। हमारा ग्रुप 23 देशों में निवेश कर रहा है। इसमें से भारत एक है। हमने केरल में 6000 कर्मचारियों वाला एक बड़ा शॉपिंग मॉल बनाया है। अब यूपी के लखनऊ में भी ऐसा बडा शॉपिंग मॉल बनाने का प्लान कर रहे हैं। इससे 5000 सीधा और 10000 अप्रत्यक्ष रोजगार होगा। लखनऊ के साथ वाराणसी, नोएडा में भी शॉपिंग मॉल बनाएंगे।