नई दिल्ली : नीति आयोग की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश के कुछ राज्य बाढ़ से पीड़ित हैं लिहाजा वहां मदद की ज्यादा जरूरत है तो दूसरी ओर केजरीवाल के एलजी दफ्तर पर धरने की गूंज बैठक में भी सुनाई दी।
यह भी पढ़ें: नीति आयोग की बैठक के बहाने 5 सीएम ने खोला मोदी के खिलाफ मोर्चा
चार राज्यों के सीएम ने नीति आयोग की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी के सामने इस मुद्दे को उठाया। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी, केरल के सीएम पी विजयन और आंध्र प्रदेश के चंद्र बाबू नायडू ने पीएम मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की और कहा कि आईएएस अधिकारियों की चल रही हड़ताल जल्द खत्म कराने में मदद करें।
नीति आयोग की बैठक में मोदी ने किया मुख्यमंत्रियों का स्वागत
नीति आयोग की बैठक में मोदी ने राज्यों से आए सीएम का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'नीति आयोग एक ऐसा मंच है जहां से देश में ऐतिहासिक बदलाव की शुरुआत होती है। सबसे पहले पीएम मोदी ने कहा कि देश के कुछ हिस्से पिछले दिनों बाढ़ से प्रभावित थे, सबसे पहले उस राज्य को मदद की जाएगी। केंद्र की ओर से ऐसे राज्यों को हरसंभव मदद दी जाएगी।
यह भी पढ़ें: सेना के लिए सुरक्षा जैकेट: जानिए कैसे करेंगे पत्थरबाजों को नाकाम
नीति आयोग की बैठक में कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी और केरल के सीएम पी विजयन भी शामिल हुए। इन दोनों सीएम ने बैठक में शामिल होने से पहले ही साफ कर दिया था कि इस मामले को वो नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी के सामने उठाएंगे। अब सबकी नजर इस मुद्दे पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।
केंद्र सरकार को तुरंत इस समस्या को सुलझाना चाहिए: ममता
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत इस समस्या को सुलझाना चाहिए और सरकार को लोगों के लिए काम करने देना चाहिए। इस वजह से ही हम यहां आए, हम अपनी एकजुटता जताते हैंं वहीं कर्नाटक के सीएम के कुमारस्वामी ने भी कहा कि हम दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए आए हैं जबकि केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने इस विवाद के लिए सीधे केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा चंद्रबाबू नायडू भी केजरीवाल के समर्थन में उतर आए हैं।
यह भी पढ़ें: रमजान, ईद के साथ आतंकियों के अच्छे दिन खत्म, शुरू हुआ सफाया आपरेशन
शनिवार को चारों सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे और उनकी पत्नी, उनके माता-पिता और उनके बच्चों से मुलाकात की। दूसरी ओर दिल्ली के आईएएस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने कोई हड़ताल नहीं की है बल्कि मुख्य सचिव के साथ सीएम के आवास पर मारपीट किये जाने के विरोध में लंच के बाद काली पट्टी बांध के विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल ये आश्वासन दें कि अब अधिकारियों के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं होगी।