श्रीनगर: बीते दिनों जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में कई जवान शहीद हुए। इसके बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने विवादित बयान दिया था। ओवैसी के बयान पर देश की सियासत गरमाने लगी। इसके बाद बुधवार (14 फरवरी) को सेना ने ओवैसी को करारा जवाब देते हुए कहा, 'किसी भी शहीद का कोई धर्म नहीं होता।'
बता दें, कि सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की टिप्पणी पर सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, 'हम शहादत को सांप्रदायिक रंग नहीं देते।' अनबू ने कहा, 'जो लोग सेना की कार्यशैली नहीं जानते, वो ही इस तरह का बयान देते हैं।'
क्या कहा था ओवैसी ने?
ज्ञात हो, कि ओवैसी ने मंगलवार (13 फरवरी) को कहा था, कि सुंजवां में सात में से पांच लोग कश्मीरी मुसलमान थे, जो मारे गए हैं। ओवैसी आगे बोले, जो मुसलमानों को आज भी पाकिस्तानी समझते हैं, उन्हें इससे सबक लेना चाहिए।' इस दौरान ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ पीडीपी-बीजेपी गठबंधन पर भी निशाना साधा था। ओवैसी ने कहा था, 'दोनों पार्टी मिलकर ड्रामा कर रहे हैं और बैठकर मलाई खा रहे हैं।'