पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू और आरजेडी के महागठबंधन में रार बढ़ती नजर आ रही है। आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से जेडीयू ने मांग की है कि वह अपनी पार्टी के नेताओं रघुवंश प्रसाद सिंह और मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई करें। जेडीयू का आरोप है कि रघुवंश और तस्लीमुद्दीन ने जो बयान दिए हैं, वे 'महागठबंधन धर्म' के खिलाफ हैं।
क्या है मामला?
-बिहार में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति पर रघुवंश, तस्लीमुद्दीन ने बयान दिया था।
-आरजेडी के दोनों नेताओं ने जेडीयू से नाता तोड़ने की मांग की थी।
जेडीयू ने क्या की है मांग?
-जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि दोनों नेताओं पर लालू को कार्रवाई करनी चाहिए।
-या तो इन नेताओं को चुप कराया जाए या आरजेडी से सस्पेंड किया जाए।
-संजय सिंह ने कहा कि रघुवंश लगातार नीतीश के खिलाफ बोल रहे हैं।
-उन्होंने कहा कि रघुवंश 'राजनीतिक कोमा' में जा चुके हैं।
-संजय सिंह के मुताबिक जेडीयू के किसी नेता ने आरजेडी के खिलाफ कुछ नहीं कहा है।
तस्लीमुद्दीन का फिर नीतीश पर निशाना
-आरजेडी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन ने फिर दिया बयान।
-तस्लीमुद्दीन ने कहा कि मैं चाहता हूं कि जेडीयू से गठबंधन आज ही टूटे, लेकिन लालू बीच में हैं।
-उन्होंने कहा कि नीतीश पहले बिहार को दुरुस्त करें, फिर देश में शराबबंदी की बात करें।
-तस्लीमुद्दीन ने शुक्रवार को आरजेडी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद नीतीश पर निशाना साधा था।
-तस्लीमुद्दीन पहले भी कह चुके हैं कि नीतीश कुमार मुंगेरीलाल की तरह पीएम बनने के सपने देख रहे हैं।
क्या कहा था रघुवंश प्रसाद ने?
-आरजेडी की प्रदेश और केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद रघुवंश ने भी साधा था निशाना।
-रघुवंश ने कहा था, 'नीतीश कुमार के हाथ में स्टियरिंग है, उन्हें गाड़ी सही दिशा में चलानी है।'