कैसे मिले थे दोनों?
आशा (बदला हुआ नाम) सिविल लाइन क्षेत्र के सुभाषनगर में रहती थी। साल 2008 में उसकी शादी हुई थी। दो साल बाद ही उसकी शादीशुदा जिंदगी में कड़वाहट घुलने लगी। रोज किसी न किसी बात को लेकर उसका अपने पति अभिषेक से झगड़ा होता था। 2011 में उसने तलाक लेकर इस रिश्ते को खत्म कर दिया। इसके बाद पिता का घर उसका सहारा बना और वो वहीं पर रहने लग गई। अकेलेपन की शिकार आशा की मुलाकात नौचंदी के राशन डीलर अनुपम गोयल से हुई। मुलाकातें बढ़ती गईं और धीरे-धीरे दोनों को प्यार हो गया, लेकिन इस रिश्ते में भी कुछ समय बाद प्यार और अपनापन टूटकर बिखरने लगा।
कैसे बनाया मर्डर का प्लान?
- गुरुवार देर शाम अनुपम आबूलेन स्थित एक होटल में आशा से मिला।
-दोनों ने काफी देर बातचीत की और साथ में खाना खाया।
- इसी बीच किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई।
- आशा किसी बात पर नाराज होकर वहां से जाने लगी।
- तभी पीछे से अनुपम ने पिस्टल निकालकर आशा पर दो फायर किए।
दोनों फायर में बच गई आशा
- दोनों ही फायर में आशा बाल-बाल बच गई।
- गुस्से में आकर अनुपम में तमंचे की बट से ताबड़तोड़ कई वार किए।
- आशा लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ी।
- होटल में मौजूद लोगों ने आरोपी अनुपम को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
- जख्मी आशा को इलाज के लिए हॉस्पिटल भर्ती कराया गया।
- शुक्रवार को हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने हंगामा किया।
आरोपी ने पुलिस का क्या बताया?
- अनुपम के मुताबिक, वो पूजा पर करीब दो लाख रुपए खर्च कर चुका था।
- आशा पिछले कुछ दिनों से और पैसों की मांग कर रही थी।
- पैसे न देने पर उसने अनुपम को रेप केस में फंसाने की धमकी भी दी थी।