बेटे के एक्शन पर नेताजी का रिएक्शन: प्रो. रामगोपाल को 6 साल के लिए किया पार्टी से बाहर

समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसे मुलायम सिंह यादव की तरफ से अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ देर बाद सपा सुप्रीमो खुद प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं, जिसमें वो ये इसकी घोषणा करेंगे।

Update: 2016-10-23 10:20 GMT

लखनऊ: समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए सभी पदों (राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता) और पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसे मुलायम सिंह यादव की तरफ से अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। इसे अखिलेश के एक्शन का रिएक्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविवार को शिवपाल यादव ने कहा,''रामगोपाल यादव का लेटर अब तक सभी ने पढ़ लिया होगा। यह सब मुख्यमंत्री समझ नहीं पा रहे हैं। वह अब तक तीन बार बीजेपी के बड़े नेता से मिल चुके हैं। ऐसा उन्होंने सीबीआई से बचने के लिए किया। यादव सिंह मामले में उनके बेटे अक्षय और बहू के खिलाफ CBI जांच चल रही है। रामगोपाल बीजेपी के एजेंट हैं। नेताजी का अपमान हममें से कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने भ्रम फैलाकर बिहार में गठबंधन तुड़वाया। मेरे खिलाफ भी रामगोपाल यादव ने खूब साजिश की है। पार्टी के हित में उन्होंने एक भी काम नहीं किया है।''

और क्या बोले शिवपाल ?

-प्रोफेसर रामगोपाल अगर अपने ज्ञान का इस्तेमाल पार्टी को बढ़ाने में करते तो अच्छा होता।

-उनका रवैया तानाशाही हो चुका था। वह भ्रष्टाचारियों से मिल गए हैं।

-स्वार्थ के लिए रामगोपाल यादव ने कई हथकंडे अपनाए। नेताजी और पार्टी को धोखा दिया है।

-सीबीआई से अपने परिवार को बचाने के लिए रामगोपाल ने यह सब किया।

-यह पूरी तरह से बीजेपी से मिल गए हैं और उनके लिए काम कर रहे हैं।

-नेताजी और समाजवादी पार्टी को कमजोर करने में उन्होंने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी।

-सपा के कार्यकर्ताओं को अपमानित और उनका शोषण किया। मैंने हमेशा से ईमानदारी से काम किया है।

-हमेशा प्रोफेसर तिकड़म करते रहें हैं। मुख्यमंत्री को यह समझना होगा कि कौन अपना सगा है और कौन पराया।

-बसपा सरकार में जब लोग जेल गए तो यह किसी से मिलने नहीं गए और जनेश्वरजी जब जेल में थे अब उनसे भी मिलने नहीं गए।

-इन्होंने ब्रजभूषण तिवारी समेत समाजवादी नेताओ का अपमान किया, लेकिन अब पराकाष्ठा हो गई है।

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