अखिलेश खेमे को राहत: मुलायम नहीं उतारेंगे अपने उम्मीदवार, मिलकर लड़ेंगे चुनाव
चुनाव आयोग के फैसले के बाद मंगलवार (17 जनवरी) को मुलायम ने कहा कि वह यूपी विधानसभा चुनाव- 2017 में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेंगे और मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार, मुलायम और शिवपाल चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ कोर्ट भी नहीं जाएंगे।
लखनऊ: चुनाव आयोग के फैसले के बाद मंगलवार (17 जनवरी) को मुलायम ने कहा कि वह यूपी विधानसभा चुनाव- 2017 में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेंगे और मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार, मुलायम और शिवपाल चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ कोर्ट भी नहीं जाएंगे। मुलायम ने सबको एक साथ चुनाव में आने की अपील की है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि मुलायम-शिवपाल चुनाव में अखिलेश यादव को पूरा समर्थन देंगे। मुलायम अपने समर्थकों की लिस्ट अखिलेश को सौंपेंगे और अखिलेश उस लिस्ट पर विचार कर सकते हैं।
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साइकिल चलती जाएगी … आगे बढती जाएगी
बता दें, कि चुनाव आयोग ने सोमवार (16 जनवरी) को मुलायम सिंह यादव को बड़ा झटका देते हुए 'समाजवादी पार्टी' और चुनाव चिन्ह 'साइकिल' अखिलेश यादव के नाम आवंटित कर दी। जिसके बाद अखिलेश ने पिता मुलायम सिंह से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद भी लिया। इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर मुलायम और रामगोपाल की तस्वीर के साथ फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘साइकिल चलती जाएगी … आगे बढती जाएगी।’
चुनाव आयोग के फैसले के बाद मुलायम थे खामोश
-सोमवार को चुनाव आयोग के अखिलेश खेमे के पक्ष में फैसला आने के बाद से ही मुलायम सिंह ने खामोशी अख्तियार कर रखी थी।
-उनके अगले कदम पर ही सबकी निगाहें टिकी हुई थीं।
-आयोग के फैसले से पहले मुलायम सिंह पार्टी मुख्यालय पहुंचे थे।
-वहां पर उन्होंने अखिलेश यादव की आलोचना की थी।
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सपा-कांग्रेस गठबंधन पर अखिलेश की मुहर
इसी बीच यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच गठबंधन पर भी मुहर लग गई है। विधानसभा चुनाव 2017 दोनों दल मिलकर लड़ेंगे। यूपी में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। जिसके बाद दोनों दलों के बीच समझौते पर सहमति बन गई है। यूपी कांग्रेस के उपाध्यक्ष इमरान मसूद से newstrack.com से फोन पर हुई। बातचीत के दौरान इमरान ने बताया कि सांप्रदायिक शक्तियों से लड़ने के लिए गठबंधन जरूरी था। जिसके बाद गठबंधन का फैसला लिया गया है।