कैराना(शामली): कैराना में पलायन के सियासी दावे भले ही कुछ कह रहे हों, लेकिन एक वास्तविकता ये भी है कि यहां अपराधियों को सियासत की पनाह मिलती रही। कुख्यात मुकीम काला के गुर्गों की इन्हीं शहरों से हुई गिरफ्तारी इस बात को पुख्ता करती है। पुलिस प्रशासन ने कैराना की हकीकत पर परदा डालते हुए सियासतदाओं की चाकरी में ही नौकरी गुजार दी। शासन तक कभी कैराना का सच पहुंच नहीं पाया।
यही वजह है कि कैराना के लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखना चुनौती बना हुआ है। नकली नोट, हथियारों की तस्करी से लेकर रंगदारी, हत्या, दुष्कर्म, अवैध कब्जे और अन्य संगीन अपराधों ने यहां के जनजीवन को तबाह कर दिया है।
व्यापारी सतीश जैन ने क्या कहा
-कांधला में रेलवे रोड पर ही व्यापारी सतीश जैन अपने दो बेटों के साथ दुकान चलाते हैं।
-उन्हें दो सितंबर 2014 को रंगदारी की चिट्ठी भेजी गई थी।
-इसके बाद फोन पर पैसे मांगे गए। न देने पर दुकान में लूटपाट हुई।
-रोजाना फोन पर धमकाया गया। व्यापार के चलते वह खुद तो नहीं भागे लेकिन अपने 6 बेटो को कांधला से दूसरी जगह भेज दिया।
-वह सालों से डर में जी रहे हैं। एक नामचीन अपराधी के जेल में जाने के बाद भी उसके नाम से फोन आया।
अब हालत यह है कि यदि आधे दाम पर भी उनकी प्रापर्टी बिक जाए तो वे जाने को तैयार हैं।
कैराना के साजिद का क्या कहना है
-मेरा जन्म कैराना में ही हुआ है। यहां पर स्थिति ये है कि भाई चारे में ना पहले कमी आई थी ना आज है, लेकिन कुछ गुंडाराज है।
-जिसमें कुछ मुस्लिमों के कुछ हिन्दुओं के बच्चे हैं। इनकी वजह से कुछ परेशानी है।
-इसमें जो बच्चे उल्टे चल रहे हैं वे गुण्डागर्दी करते हैं इसी से ये फर्क पड़ा हुआ है।
-आवारा किस्म के बच्चे है वे स्कूल कॉलेज के पास जाकर बैठ जाते हैं।
-उनमें दोनों ही समुदाय के बच्चे है जो लड़कियों को परेशान करते है कोई एक समुदाय का बच्चा नहीं है।
-शरीफ आदमी का रहना मुश्किल है। और ये सब प्रशासन की मेहरबानी है।
-उन पर कन्ट्रोल नहीं होता और वे सब पैसे देकर छूट जाते हैं।
कांधला व्यापारी लोकेश कुमार ने क्या कहा
-एक बार माहौल बिगड़ गया था। उसके बाद यहां से बहुत से लोग चले गए अब तो कुछ सुधर रहा है।
-लेकिन लोगों में भय है। लोग जो पलायन कर रहे हैं कुछ तो व्यापार की भी कमी है।
-लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो डर की वजह से चले गए।
कैराना और कांधला में ज्यादतर लोगो ने रंगदारी, हत्या, दुष्कर्म, अवैध कब्जे और अन्य संगीन अपराधों के कारण लोगो ने पलायन किया है।
यही वजह है कि कैराना में लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखना चुनौती बना हुआ है। जिसके कारण ही जनजीवन को तबाह है।