नोटबंदी के एक महीने बाद भी नहीं सुधरे हालात, विपक्षी दल आज मना रहे 'ब्लैक डे'
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज के ठीक एक महीने पहले 8 नवंबर को नोटबंदी का फैसला लिया था। अब एक महीना पूरा हो गया है,लेकिन परेशानिया बनी हुई हैं। बैंकों और एटीएम मशीनों के बाहर लंबी लाइने लगी हैं। जरूरतमंदों को अब भी पैसा नहीं मिल पा रहा। हालांकि पीएम ने स्थितियां सुधारने के लिए 50 दिन का समय मांगा है। अभी 20 दिन शेष हैं,लेकिन इन 20 दिनों मेें क्या हालात सुधरेंगे यह बड़ा सवाल है।
मोदी सरकार के इस फैसले का कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकार के इस फैसले से देश को और खासकर आम लोगों को बड़ी दिक्कतें हुई हैं। कांग्रेस का आरोप है कि नोटबंदी के बाद अब तक 84 लोगों की लाइनों में मौत हो चुकी है। नोटबंदी के एक महीने पूरे होने पर गुरुवार को विपक्षी दल मोदी सरकार के खिलाफ ब्लैक डे मना रहे हैं।
काली पट्टी बांधकर करेंगे विरोध
नोटबंदी के फैसले के बाद से ज्यादातर विपक्षी दल मोदी सरकार को घेरने के लिए एक साथ खड़े हो गए हैं। रोड से लेकर संसद तक विपक्ष हंगामा कर रहा है। शीतकालीन सत्र में चर्चा नहीं हो पा रही है। 7 दिसंबर को भी लोकसभा और राज्यसभा में दिनभर कामकाज नहीं हुआ। गुरुवार 8 दिसंबर को भी हंगामे के पूरे आसार हैं।
राज्यसभा और लोकसभा के विपक्षी सदस्य गांधी प्रतिमा पर काली पट्टी बांधकर धरना देंगे। संसद के अंदर भी हंगामें के पूरे आसार हैं। विपक्ष नोटबंदी पर चर्चा के साथ-साथ वोटिंग की भी मांग कर रहा है। बुधवार को 14 दलों के नेताओं की बैठक में फैसला हुआ, गुरुवार को ब्लैक डे के रूप में मनाएगा।