J&K: पैलेट गन नहीं, अब पत्थरबाजों से निपटेगी 'प्लास्टिक बुलेट''

कश्मीर की सड़कों पर होने वाले प्रदर्शनों और पत्थरबाजी को रोकने के लिए अब 'प्लास्टिक बुलेट्स' तैयार की गई हैं। CRPF ने घाटी में इसकी 21 हजार गोलियां भेजी है।

Update: 2017-10-08 04:00 GMT

मेरठ: कश्मीर की सड़कों पर होने वाले प्रदर्शनों और पत्थरबाजी को रोकने के लिए अब 'प्लास्टिक बुलेट्स' तैयार की गई हैं। CRPF ने घाटी में इसकी 21 हजार गोलियां भेजी है। खबरों के मुताबिक़ ये पैलेट गन्स से काम घातक हैं। पुणे की आयुध फैक्ट्री में बनी ये गोलियां एके श्रंखला की राइफलों में भरी जा सकती हैं।

CRPF के महानिदेशक आर.आर भटनागर के मुताबिक़ परीक्षणों में पता चला है कि प्लास्टिक की ये गोलियां काम घातक है। इससे किसी को ज़्यादा नुक्सान नहीं पहुंचेगा साथ ही भीड़ नियंत्रण में आसानी होगी। इससे पैलेट गन्स पर निर्भरता भी कम होगी।

उन्होंने बोला, ‘हमारी सभी इकाइयों को वितरण के लिए हाल में करीब 21 हजार गोलियां भेजी गई हैं।’

RAF के लिए भी काम की चीज

-भटनागर ने बताया कि ये हमारी एंटी रायट यूनिट भी इसका यूज कर सकती है। अभी हमारी टीम ये देखेगी कि भविष्य में इसका प्रयोग और कैसे किया जा सकता है।

 

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