PM मोदी चार यूरोपीय देशों की यात्रा पर रवाना, पहले पड़ाव में पहुंचे जर्मनी
नई दिल्ली: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार (29 मई) को चार यूरोपीय देशों की यात्रा के पहले चरण में जर्मनी पहुंच गए। पीएम के इस दौरे में आर्थिक, रक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा परमाणु क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर बातचीत होगी।
पीएम मोदी चार देशों जर्मनी, स्पेन, रूस और फ्रांस की 6 दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य चारों देशों के साथ आर्थिक संबंध और निवेश को बढ़ाना है। इसके अलावा यूरोपीय संघ-भारत मुक्त व्यापार समझौता, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई आदि बातचीत के मुख्य एजेंडे में शामिल है।
जर्मन चांसलर से मिलेंगे मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी इस दौरान जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल से बातचीत करेंगे। दोनों देशों के सामरिक संबंधों को नए स्तर पर ले जाने के साथ कारोबार संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा होगी। गौरतलब है कि पिछले दो सालों के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री की यह जर्मनी की दूसरी यात्रा होगी। इससे पहले वे अप्रैल 2015 में जर्मनी गए थे। इसके बाद मर्केल उसी साल अक्तूबर में भारत आई थीं। मोदी और मर्केल के बीच 30 मई को अंतर सरकारी मंच की बैठक होगी। इस दौरान दोनों नेता क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा करेंगे।
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..फिर स्पेन-रूस की यात्रा करेंगे मोदी
इसके बाद पीएम मोदी 31 मई को स्पेन पहुंचेंगे। स्पेन में उनकी नजर आधारभूत संरचना और उर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर होगी। भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने पिछले 30 वर्षों से स्पेन की यात्रा नहीं की है। मोदी 31 मई को ही रूस पहुंचेंगे। यहां उनका सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनामिक फोरम में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। एक जून को मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी। बता दें, कि यह पहला मौका है जब द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन मॉस्को से बाहर हो रहा है। रूस एकमात्र ऐसा देश है, जिसके साथ भारत की सालाना बैठक होती है।
पुतिन के साथ विभिन्न मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कुछ सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर हो सकते हैं। इस बैठक की पृष्ठभूमि में पीएम मोदी की रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन से बातचीत होने और द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा होने की और उसे बढ़ावा देने के रास्ते तलाशने की उम्मीद है। बातचीत के दौरान कारोबार, निवेश, रक्षा और परमाणु सहयोग के क्षेत्र में भी चर्चा होने की उम्मीद है।
दौरे का आखिरी पड़ाव फ्रांस होगा
अपने दौरे के आखिरी पड़ाव में 2 जून को पीएम मोदी फ्रांस पहुंचेंगे। यहां उनका फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मिलने का कार्यक्रम है। उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु, रक्षा और आर्थिक क्षेत्रों में मजबूत सहयोग है। जिसे और मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा।