नोएडा: पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नोएडा सेक्टर-62 में स्टैंड अप इंडिया योजना की शुरुआत की। पीएम ने स्टैंड अप इंडिया के लोगो और वेबसाइट का उद्घाटन किया। इस योजना के तहत दलित, आदिवासियों और महिलाओं को लोन दिया जाएगा। ढाई लाख लोगों को 10 लाख रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपए तक का लोन दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रशिक्षण और अन्य तरह की मदद की जाएगी। पीएम ने लोन स्वीकृति पत्र पाने वाले 10 लोंगो को किट वितरित किया।
PM ने कहा...
-भारत के सभी बैंकों के करीब सवा लाख ब्रांच एक दलित या आदिवासी और एक महिला को लोन देंगे।
-आज सवा लाख बैंक ब्रांच हैं। सवा लाख स्थानों पर कोई ना कोई उपक्रम होगा। ढाई लाख लोग ढाई लाख उपक्रम स्थापित करेंगे।
-हर ब्रांच को कहा है कि आपकी ब्रांच जिस इलाके में है, वहां दो लोगों को लोन देकर आपको नया उद्योग लगाने में मदद करनी होगी।
-इसके तहत 10 लाख रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपए तक राशि दी जाएगी। ताकि हिंदुस्तान सवा लाख स्थानों पर कारोबार लगेंगे।
-मैं देख रहा हूं कि मेरे दलित और आदिवासी भाइयों के जीवन में बदलाव आने वाला है। वह दूसरों को नौकरी देंगे।
मुद्रा और स्टैंड अप योजना में फर्क
-पीएम ने कहा-मुद्रा योजना और स्टैंड अप योजना में बड़ा फर्क है। मुद्रा योजना के तहत भी गारंटी के बिना लोन दिया जाता है।
-सवा तीन करोड़ लोगों को इस योजना के तहत पैसे दिए गए। लेकिन मुद्रा योजना में 10 लाख रुपए तक ही लोन मिलता है।
-स्टैंड अप इंडिया के तहत 10 लाख से अधिक और 1 करोड़ रुपए तक लोन मिलेगा। यह दलितों, आदिवासियों और महिलाओं के लिए है।
ई रिक्शा चालकों का बदलेगा जीवन
-रिक्शा चालकों मेहनत अधिक करते, लेकिन आमदनी कम होती थी।
-51 सौ ई रिक्शा आज वितरित किया गया है। ये अब ई रिक्शा के मालिक हो जाएंगे। अब तक किराए का रिक्शा चलाते थे।
-ई रिक्शा चलाने में मेहनत कम करनी होगी। रिक्शा के लिए ओला मोबाइल एप भी बनाया गया है।
-मोबाइल एप के जरिए ही ई रिक्शा बुला सकते हैं और एप से ही किराया दे सकते हैं।
-रिक्शा चालकों को भी ग्राहक ढूंढ़ने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
-ई रिक्शा के लिए चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे।
-प्रदूषण में भी कमी आएगी। ग्लोबल वार्मिंग का उपाय भी यही है।
'बदल गया वित्त मंत्रालय'
-वित्त मंत्रालय क्या होता है यह देश को पता ही नहीं था। शेयर वाले, बड़े उद्योगपति ही वित्त मंत्रालय से जुड़ते थे।
-आज वित्त मंत्रालय गरीबों के लिए काम कर रहा है। जनधन, मुद्रा, स्टार्ट अप इंडिया सभी काम गरीबों के लिए। यह पहली बार हुआ है।
-देश आगे तब बढ़ेगा जब गरीबों को आगे बढ़ाया जाएगा। सारी योजनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं।
-मैं वित्त मंत्रालय को बधाई देता हूं कि गरीबों के लिए एक के बाद एक योजनाएं ला रहे हैं।
ई रिक्शा चालकों से लिया वादा
-ई रिक्शा वाले मुझसे वादा करें-आप अपने बच्चों को पढ़ाएंगे। नेता आपसे वोट मांगने आते होंगे। मैं आपसे आपके बच्चों की शिक्षा की भीख मांगने आया हूं।
-उसमें भी आप अपने बेटियों को तो अवश्य पढ़ाएंगे। आप देखिए कुछ ही सालों में आपको ई रिक्शा भी नहीं चलानी पड़ेगी।
-आपके बच्चे आपके परिवार को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।
बाबू जगजीवन राम ने खपाया दलितों के लिए जीवन
-आज बाबू जगजीवन राम जी की जयंती है। राष्ट्र की सेवा में उन्होंने अपना पूरा जीवन खपा दिया।
-दलित परिवार में पैदा होकर राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने संघर्ष किया।
-अपनी परिस्थितियों को कभी आड़े नहीं आने दिया। उनके जन्मदिन पर सरकार स्टैंड अप इंडिया की शुरुआत कर रही है।
-जगजीवन राम हमेशा मेरिट के पक्षधर रहे। भारत ने जब कृषि में क्रांति की तब वह जगजीवन राम ही कृषि मंत्री थे।
-1971 में जब लड़ाई जीती तो वह रक्षा मंत्री थे। लेकिन उनके योगदान को भुला दिया गया।
-राजनीतिक विचारधारा कोई भी, लेकिन देश के लिए जीने मरने वाले हम सबके लिए प्रेरणा होते हैं।
-शायद बाबू जगजीवन राम की जयंती पर पहले सरकार ने कोई कार्यक्रम लांच किया हो ऐसा मेरी स्मृति में नहीं है।
-हमने योजना बनाई कि जो हमारे दलित आदिवासी भाई हैं, वो कब तक नौकरी का इंतजार करते रहे।
दलितों को नहीं मिला अवसर
-अगर यदि स्थित रही तो देश के दलितों पिछड़ों का क्या होगा। मेरा विश्वास है कि परमात्मा ने जो समझ और शक्ति हमें दिया है वैसा ही हमारे दलित और आदिवासी परिवारों को भी दिया। लेकिन हम वो लोग हैं जिन्हें अवसर मिला और उन्हें नहीं मिला। अवसर मिले तो वो भी उतना ही अच्छा काम कर सकते हैं।
-जीवन के हर क्षेत्र में समाज के आखिरी छोर पर जो बैठा हुआ है उसे आगे आने का मौका मिलना चाहिए।
-इसलिए यह स्टैंड अप इंडिया की कल्पना आई। मैंने लाल किले से स्टैंड अप और स्टार्ड अप इंडिया की घोषणा की थी।
ई रिक्शा का वितरण
-प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत पांच हजार लोगों को ई-रिक्शा का वितरण किया गया। पीएम ने ई रिक्शा की सवारी की।
-उनके साथ रिक्शा में गवर्नर, फाइनेंस मिनिस्टर भी बैठे। पीएम ने इसका भुगतान मोबाइल से किया।
पीएम मोदी ने ई-रिक्शा चालकों के साथ चाय पर चर्चा भी की। उनके साथ फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली, यूपी के गवर्नर राम नाईक, संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा भी मौजूद रहे।
अरुण जेटली ने कहा...
-अब से पहले वित्त मंत्रालय केवल बड़े उद्योग, उद्योगपतियों और नीति बनाने तक रहता था।
-लेकिन मोदी सरकार बनने के बाद आम लोगों से जुड़ाव हुआ है।
-विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में 42 फीसदी लोगों का बैंक में खाता नहीं था।
-सबसे पहले जनधन अभियान से हर आदमी को बैंक से जोड़ा गया। आज इसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है।
-दूसरा हर आदमी की बीमा हो, हर आदमी को पेंशन मिले। इन्हीं खातों की मदद से 12 करोड़ 35 लाख लोगों ने इन बीमा योजनाओं का लाभ लिया।
-पेंशन योजना में लाखों लोग जुड़ रहे हैं। आधार कानून पारित करके हमने आज सरकारी सहायता उनके खातों में देनी शुरू की।
-इसके बाद चुनौती थी कि जब कोई आज कारोबार शुरू करता है तो उसे पैसों के लिए साहूकार के पास जाना पड़ता है, इसलिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की गई।
दलितों और महिलाओं की मदद करें बैंक
-एससी एसटी और महिलाओं के वर्ग से बड़ी संख्या में उद्यमी निकलें। इसके लिए बैंकों से कहा गया है कि आप इन वर्गों को विशेष मदद करने को कहा गया है।
-इन वर्गों से इस साल ढाई लाख उद्यमी निकलेंगे। यह समाजिक न्याय होगा।
एक रैली को संबोधित करेंगे। 2017 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसे काफी अहम माना जा रहा है। इस रैली की खास बात ये रहेगी कि मोदी यूपी के 17 बीजेपी दलित सांसदों के साथ स्टेज पर बैठे। वहीं, रविवार को भी लखनऊ में राजनाथ सिंह ने ‘अधिकार बचाओ रैली’ के जरिए दलितों को साधने की कोशिश की थी।