नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार (09 फरवरी) को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), फिलिस्तीन और ओमान की यात्रा पर रवाना होंगे। तीन देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम ने कहा, कि 'भारत के लिए खाड़ी और पश्चिमी एशियाई देश अहम हैं। पीएम बोले, उनकी इस यात्रा का मकसद इन देशों के साथ संबंधों को मजबूत बनाना है।'
बता दें, कि पीएम मोदी की 2015 के बाद खाड़ी और पश्चिमी एशियाई देशों की यह पांचवीं यात्रा है। पीएम मोदी 9 से 12 फरवरी तक इन देशों की यात्रा पर रहेंगे। यात्रा पर जाने से पहले पीएम मोदी ने कहा, 'भारत इन देशों के साथ संबंधों को काफी प्राथमिकता देता है। पीएम ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, 'मैं अपनी यात्रा के जरिए भारत के पश्चिम एशिया और खाड़ी क्षेत्र के साथ बढ़ते और अहम संबंध को और मजबूत बनाने को लेकर प्रतिबद्ध हूं।'
किसी भारतीय पीएम की पहली फिलिस्तीन यात्रा
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा कि किसी भारतीय पीएम की यह पहली फिलिस्तीन यात्रा है। फिलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ बातचीत को लेकर उनका नजरिया सकारात्मक है।
जॉर्डन को कहा- 'थैंक्स'
साथ ही पीएम मोदी ने कहा, कि उनकी यात्रा जॉर्डन के रास्ते 10 फरवरी को फिलिस्तीन से शुरू होगी। जार्डन से गुजरने की इजाजत को लेकर मैं सुल्तान अब्दुला का आभारी हूं। मैं 9 फरवरी को ओमान में उनके साथ मुलाकात को लेकर भी काफी उत्साहित हूं।'
यूएई दौरे को लेकर उत्साहित
पीएम नरेंद्र मोदी ने खाड़ी देश को मूल्यवान रणनीतिक भागीदार बताया है। कहा, कि 'भारत का संयुक्त अरब अमीरात के साथ अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा सहित कई बड़े क्षेत्रों में सहयोग तेजी से बढ़ा है। संयुक्त अरब अमीरात के उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रशीद शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम सहित अन्य के साथ इन क्षेत्रों में हुई प्रगति पर चर्चा करेंगे।' विदेश मंत्रालय से मिला जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री यूएई के शहीद सैनिकों के स्मारक भी जाएंगे। यहां वे एक सामुदायिक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। उनका वहां एक मंदिर की आधारशिला रखने का भी कार्यक्रम है।