नोटबंदी: केंद्र ने गिनाईं उपलब्धियां, नमो ऐप पर मांगी जनता की राय
सरकार का कहना है कि देश की जनसंख्या के 0.00011% लोगों ने देश में उपलब्ध कुल कैश का 33% जमा किया। 17.73 लाख संदिग्ध मामलों का पता चला। 23.22 लाख
नई दिल्ली: नोटबंदी को आज पूरा एक साल बीत चुका है। विपक्षी पार्टियां जहां आज नोटबंदी के नुकसान गिना रहे हैं। वहीं मोदी सरकार ने नोटबंदी के फायदे बताए हैं। नोटबंदी का असर कालेधन और देश की अर्थव्यवस्था से लेकर आतंकवाद व नक्सलवाद पर भी पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ऐतिहासिक कदम के दूरगामी परिणाम में केंद्र सरकार ने गिनाए हैं।
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सरकार का कहना है कि देश की जनसंख्या के 0.00011% लोगों ने देश में उपलब्ध कुल कैश का 33% जमा किया। 17.73 लाख संदिग्ध मामलों का पता चला। 23.22 लाख खातों में लगभग 3.68 लाख करोड़ रुपए का संदिग्ध कैश जमा हुआ। 6 लाख करोड़ रुपए के हाई वैन्यू नोट प्रभावी रूप से कम हुई। कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाएं 75% तक घट गईं। वहीं वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं में 20% से ज्यादा की कमी आई।
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कालेधन में डील करने वाली शेल कंपनियों का बड़ा गोरखधंधा उजागर हुआ। शेल कंपनियों पर सर्जिकल स्ट्राइक हुई, 2.24 लाख कंपनियों पर ताला लगा। नोटबंदी के बाद 35,000 शेल कंपनियों द्वारा करीब 58,000 बैंक खातों में 17,000 करोड़ रुपए जमा किए गए और निकाले गए।
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इस कदम के बाद कर्मचारियों के पूरे वेतन का भुगतान सीधे उनके खाते में होने लगे। वहीं 1.01 करोड़ नए इपीएपओ पंजीकरण हुए। 1.3 करोड़ कर्मचारी इएसआइसी में पंजीकृत हुए और सभी को सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं।
ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए एक शॉर्ट फिल्म भी ट्वीट की है।
इसमें दावा किया गया कि नोटबंदी के चलते देश में जमा कालाधन बैंकों में लौट आया है और आज सरकार के पास उनके मालिकों के नाम, पते और चेहरे मौजूद हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि नोटबंदी का गरीब और ईमानदार लोगों पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ा। इसके साथ ही लोगों से काला धन और भ्रष्टाचार मिटाने की कोशिशों पर लोगों से नमो ऐप पर अपनी राय मांगी।