नौकरी मांग रहे TET अभ्यर्थियों पर रात में बरसाई लाठियां, कई घायल

Update: 2016-05-03 17:33 GMT

इलाहाबाद: शिक्षा निदेशालय में धरना दे रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। इसमें एक दर्जन से ज्यादा अभ्यर्थी घायल हो गए, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं।

दिनभर हुआ हंगामा

-मंगलवार को प्रदर्शन में पांच हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

-इन लोगों ने जमकर हंगामा किया और कर्मचारियों को कई घंटे तक बंधक बना कर रखा।

-सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद के घेराव के साथ ही ऑफिस पर ताला लगा दिया था

-दिनभर पुलिस के आलाधिकारी इन्हें यहां से हटने के लिए कह रहे थे।

-लेकिन जब उन्होंने पुलिस की बात नहीं मानी तो रात में इन पर पुलिस ने डंडा चलना शुरू कर दिया।

महिलाओं को भी नहीं बख्शा

कई दिनों से हड़ताल

-साल 2011 में टीईटी पास अभ्यर्थी शिक्षा निदेशालय में कई दिनों से हड़ताल कर रहे थे।

-इसके साथ ही कुछ अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर भी बैठ गए थे।

-ये लोग 24 फरवरी के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के हवाले से नियुक्ति की मांग कर रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

-साल 2011 में 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई। इसमें समय-समय पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से निर्देश भी आते रहे।

-इसी सिलसिले में एक याचिका पर सुनवाई करते हुए 24 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि याचिका दाखिल करने वाले सभी कैंडिडेट की नियुक्ति के बारे में सरकार अपनी स्टेटस रिपोर्ट 10 सप्ताह में कोर्ट में दाखिल करे।

-लेकिन 10 सप्ताह से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी याचियों की नियुक्ति को लेकर बात आगे नहीं बढ़ी।

-टीईटी अभ्यर्थियों का कहना है की सूबे में 3 लाख 8 हजार 500 प्राथमिक शिक्षकों के पद खाली हैं, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले 68 हजार 15 याचियों की नियुक्ति से जुड़ा है, जिन्हें नियुक्ति देना सरकार के लिए मुश्किल नहीं। लेकिन सरकार इन नियुक्तियों के लिए और समय चाहती है।

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