भाजपा के शहंशाह और राजस्थान की रानी सा में ठनी, प्रदेश अध्यक्ष पर बात नहीं बनी
नई दिल्ली: राजस्थान में विधानसभा चुनाव सर पर हैं और बीजेपी में आपसी सिर फुटौव्वल चरम पर है। इसी का नतीजा है कि सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया व केंद्रीय पदाधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता के बाद भी प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए एक राय नहीं बन सकी।
कल हो सकता है फैसला
राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे और कोर कमेटी के सदस्यों के दिल्ली दौरे के बाद अब नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा 15 जून को होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। राजस्थान में उपचुनाव में बीजेपी को मिली करारी शिकस्त के बाद प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए गए अशोक परनामी की जगह नई नियुक्ति पर बुधवार को भी फैसला नहीं हो सका।
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नहीं बन सकी बात
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बुलावे पर दिल्ली पहुंचीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और कोर कमेटी के सदस्यों की बैठक के बाद अब नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा 15 जून को किए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। सीएम वसुंधरा इस दिन रमजान के आखिरी जुम्मे का रोजा इफ्तार पार्टी भी देने वाली हैं।
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दिल्ली किया गया था तलब
दिल्ली में बैठक से पहले कहा जा रहा था कि प्रदेश में पार्टी के नए सिपाहसलार पर जारी कश्मकश को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत प्रमुख नेताओं को दिल्ली तलब किया। लेकिन शाह के साथ बैठक के बाद कहा गया कि यह आगामी लोकसभा चुनाव के संबंध में विचार-विमर्श के लिए बुलाई गई थी।
दो महीने से खाली है पद
पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने 16 अप्रैल को अपने पद से इस्तीफा दिया था और तब से करीब दो महीने तक पार्टी बिना अध्यक्ष के डांवाडोल स्थिति से गुजर रही है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष के उम्मीदवार के रूप में कई नेताओं के नाम सामने आए। आखिर में केंद्रीय नेतृत्व की ओर से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम सामने आया, लेकिन सहमति नहीं बनी। अब दिल्ली में बैठक के दौरान बुधवार को भूपेंद्र यादव के रूप में नए दावेदार का नाम सामने आया है।