राष्ट्रपति चुनाव: रामनाथ कोविंद ने किया नामांकन , PM मोदी-आडवाणी-जोशी बने प्रस्तावक
नई दिल्ली: नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने आज (23 जून) को संसद भवन में अपना नामांकन भरा। इस दौरान कोविंद के साथ पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी भी मौजूद रहे। रामनाथ कोविंद के नामांकन में कुल 480 प्रस्तावक बने। पीएम मोदी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी कोविंद के प्रस्तावक बने।
पीएम और घटक दलों को दिया धन्यवाद
रामनाथ कोविंद ने नामांकन के बाद पीएम मोदी और एनडीए के घटक दलों को भी धन्यवाद दिया। कहा, इस सर्वोच्च पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए पूरी कोशिश करूंगा। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले मतदान में सभी सहयोग दलों से वोट देने की अपील की।
'मैं राष्ट्रपति पद की गरिमा बनाए रखूंगा'
नामांकन भरने के बाद कोविंद ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, मैं राष्ट्रपति पद की गरिमा बनाए रखूंगा। उन्होंने कहा, 'मेरा हमेशा प्रयास होगा और मान्यता भी है कि राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर होना चाहिए।' कोविंद बोले, 'कुछ ही सालों बाद देश आजादी का 75वां साल मनाने वाला है। ऐसे में वह भारत निर्माण के सपने के पूरा करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहेंगे।'
आदित्यानाथ ने कहा
यूपी के सीएम आदित्यानाथ ने कहा, कि रामनाथ कोविंद का विरोध कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के दलित विरोधी चेहरे को उजागर करता है। हमारा प्रत्याशी राष्ट्रपति चुनाव में भारी मतों से जीतेगा। यह यूपी के लिए गौरव की बात है कि किसी दलित परिवार का व्यक्ति राष्ट्रपति के पद पर आसीन होगा। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर सिर्फ बीजेपी ही किसी दलित को बैठा सकती है।
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एनडीए का शक्ति प्रदर्शन
रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में नामांकन भरने के दौरान यूपी, असम, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आदि राज्यों के मुख्यमंत्री वहां मौजूद रहे। नामांकन से पहले सभी नेताओं को संसद लाइब्रेरी बिल्डिंग में इकट्ठा होने को कहा गया था। इसके बाद औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए नेता लोकसभा महासचिव के ऑफिस गए।
रामनाथ कोविंद के चार नामांकन पत्र दाखिल किए गए। उनके प्रस्तावक के तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, शिरोमणि अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू का नाम है। चार सेट के नामांकन पत्र में प्रत्येक में 60 प्रस्तावक और 60 समर्थक हैं। नामांकन के वक्त मौजूद रहने वाले नेताओं में वेंकैया नायडू, योगी आदित्यनाथ, मुख्तार अब्बास नकवी, सुषमा स्वराज, रामविलास पासवान, रामदास अठावले, तमिलनाडु के सीएम पलनिसामी भी मौजूद थे।
बता दें, कि 17 जुलाई को होने वाले चुनाव में कोविंद की जीत तय मानी जा रही है, हालांकि मुकाबला होना तय है। विपक्षी पार्टियों ने गुरुवार को लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया।
शिवसेना तथा जम्मू एवं कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) सहित राजग के पास सांसदों व विधायकों के इलेक्टोरल कॉलेज का 48.93 फीसदी समर्थन है।
गठबंधन से बाहर की पार्टियों जैसे तेलंगाना राष्ट्र समिति (2 फीसदी), ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (5.39 फीसदी), वाईएसआर कांग्रेस (1.53 फीसदी), बीजू जनता दल (2.99 फीसदी), जनता दल (युनाइटेड) के 1.91 फीसदी मतों को मिलाकर राजग आधा मत आसानी से प्राप्त कर लेगा।