भारत को रूस जल्द देगा S-400 डिफेंस सिस्टम, एक साथ 36 मिसाइलें गिराने की है क्षमता
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी रूस के दौरे पर हैं। व्लादिमीर पुतिन से उनकी मुलाकात के बाद कई समझौते हुए। इनमें सबसे अहम रहा- एस-400 डिफेंस सिस्टम को लेकर हुई डील। यह डील पक्की हो गई है। जल्द ही ये डिफेंस सिस्टम भारत को मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि इस डिफेंस सिस्टम के जरिए एक साथ 36 मिसाइलें दागी जा सकती हैं। जो दुश्मनों की कमर तोड़कर रख देगा। रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत अपने पड़ोसी देशों से हमले की स्थिति में इस सिस्टम का बेहतर इस्लेमाल कर सकेगा।
कई महत्वपूर्ण समझौतों पर रूस ने दिया समर्थन
बता दें, कि पीएम मोदी के रूस दौरे पर हमारे पड़ोसी मुल्क ख़ास तौर पर नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी ने इस दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों को अंतिम रूप दिया। इस दौरान रूस ने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) तथा परमाणु हथियार अप्रसार की अन्य व्यवस्था में उसकी सदस्यता पर अपने समर्थन की बात दोहराई है।
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पड़ोसियों को लग सकता है झटका
रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने ऐलान किया है कि भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति को लेकर प्रीकान्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं। उन्होंने कहा, कि 'यह कहना मुश्किल है कि इसमें और कितना समय लगेगा। फिलहाल सरकारों के बीच एक समझौता है और अब हम शर्तों पर सामान्य चर्चा कर रहे हैं।
क्या है एस-400?
बता दें, कि एस-400 Triumf, एक विमान भेदी मिसाइल है। एस-400 Triumf रूस की नई वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का हिस्सा है। साल 2007 में इसे रूसी सेना में तैनात किया गया था। इन मिसाइलों से विमानों, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों तथा ज़मीनी ठिकानों को भी निशाना बनाया जा सकता है। ये मिसाइलें 400 किमी तक मार कर सकती हैं।
चीन के पास भी है ये रक्षा प्रणाली
उल्लेखनीय है, कि रूस के अलावा यह वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली चीन ने भी ख़रीदकर ही अपनी सेना में शामिल किया है। भारत को अपने पड़ोसी मुल्कों चीन और पाक से भी मिसाइल हमले का खतरा रहता है। ऐसी स्थिति में एस-400 वायु सुरक्षा प्रणाली की भारत को सख़्त ज़रूरत है।